Russia Ukraine War: रूस ने किया पलटवार, यूक्रेन के ड्नीप्रो शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल से हमला
रूस-यूक्रेन युद्ध में एक बार फिर से हिंसा की स्थिति बिगड़ती हुई नजर आ रही है। हाल ही में, यूक्रेन द्वारा अमेरिका से मिली मंजूरी के बाद रूस पर मिसाइल हमले किए गए थे, जिसके बाद रूस ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस ने यूक्रेन के ड्नीप्रो शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल से हमला किया है। इस हमले से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है।
अमेरिका की भूमिका
रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका अब प्रमुख भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी, जिसके बाद यूक्रेन ने रूस पर हमले किए। अमेरिका के रक्षा सचिव ने भी युद्ध में यूक्रेन को और मदद देने की बात की है। उनका कहना है कि बाइडन प्रशासन यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई में और संसाधन मुहैया कराएगा, ताकि यूक्रेन को और ताकत मिल सके।
यूक्रेन को मिली मंजूरी, रूस ने किया पलटवार
अमेरिका से मंजूरी मिलने के बाद, यूक्रेन ने रूस पर लंबी दूरी की मिसाइलों से हमले किए। इसके जवाब में रूस ने यूक्रेन के ड्नीप्रो शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल से हमला किया। यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि इस हमले में कई भवनों को नुकसान पहुंचा है और नागरिकों को भी नुकसान हुआ है। रूस की इस कार्रवाई ने युद्ध को और गंभीर बना दिया है, और अब दोनों देशों के बीच संघर्ष और बढ़ने की संभावना है।
अमेरिका द्वारा नई कार्रवाई
अमेरिका ने हाल ही में एक और बड़ी घोषणा की है। अमेरिकी रक्षा सचिव ने बताया कि बाइडन प्रशासन यूक्रेन को युद्ध में एंटी-पर्सनल लैंड माइंस का इस्तेमाल करने की अनुमति देगा। यह कदम रूस के खिलाफ यूक्रेन की रणनीति को और मजबूती देगा, क्योंकि लैंड माइंस युद्ध के मैदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। इससे यह भी संकेत मिलता है कि अमेरिका युद्ध में यूक्रेन का समर्थन जारी रखने के लिए तैयार है।
कीव में अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई गई
रूस से संभावित हमले को देखते हुए, अमेरिका ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। अमेरिकी दूतावास ने कीव, यूक्रेन की राजधानी में स्थित अपने दूतावास को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। दूतावास ने कहा कि उसे रूस द्वारा एयर स्ट्राइक के बारे में चेतावनी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा कारणों से दूतावास को बंद किया गया। इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि अमेरिका रूस की संभावित कार्रवाई के प्रति पूरी तरह सतर्क है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बढ़ते प्रभाव
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का असर केवल दोनों देशों तक ही सीमित नहीं है। इस युद्ध के कारण वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। यूरोप और अन्य देशों में ऊर्जा आपूर्ति, खाद्य संकट और अन्य वैश्विक समस्याएँ बढ़ रही हैं। इस संघर्ष के चलते कई देशों ने यूक्रेन को समर्थन दिया है, जबकि रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की झड़ी भी लगाई गई है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष अब और भी जटिल हो गया है। अमेरिका का बढ़ता हस्तक्षेप इस युद्ध को और भी वैश्विक बनाता जा रहा है। यूक्रेन को अमेरिका से मिली सैन्य मदद और रूस की पलटवार कार्यवाहियों के बाद यह युद्ध किसी न किसी रूप में और बढ़ता नजर आता है। भविष्य में इस संघर्ष का क्या परिणाम होगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि यह संघर्ष वैश्विक राजनीति पर गहरा प्रभाव डालने वाला है।