Madhya Pradesh के मैहर में सड़क हादसा, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, दो गंभीर रूप से घायल
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Madhya Pradesh – आज सुबह मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा एनएच 30 पर नरोरा गांव के पास हुआ, जहां कुंभ स्नान के बाद मुंबई लौट रही एक कार सड़क किनारे खड़े हाइवा वाहन से टकरा गई। प्राथमिक जांच में बताया जा रहा है कि हादसा ड्राइवर को झपकी आने के कारण हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार में सवार पांच लोग प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के बाद मुंबई के पालावा लौट रहे थे। जब कार मैहर के नरोरा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से गुजर रही थी, तभी यह हादसा हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार तेज रफ्तार में थी और अचानक सड़क किनारे खड़े हाइवा वाहन से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी।
मृतकों और घायलों की पहचान
हादसे में पालावा, मुंबई निवासी उपाध्याय परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
मृतकों की पहचान:
- रीता उपाध्याय (55 वर्ष)
- संतोष उपाध्याय (60 वर्ष)
- प्रीति उपाध्याय (32 वर्ष)
घायल लोगों की पहचान:
- अमित उपाध्याय (35 वर्ष)
- सोनिया उपाध्याय (28 वर्ष)
घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल, मैहर में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का क्या कहना है?
घटना के प्रत्यक्षदर्शी राकेश यादव, जो मौके पर मौजूद थे, ने बताया, “हमने एक तेज़ धमाके की आवाज़ सुनी और जब पास पहुंचे तो देखा कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। उसमें फंसे लोगों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।”
एक अन्य स्थानीय निवासी सुनील मिश्रा ने कहा कि “यह रास्ता काफी व्यस्त रहता है और यहां कई बार ट्रक और हाइवा वाहन खड़े रहते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। ड्राइवर को शायद झपकी आ गई होगी, जिससे कार सीधे हाइवा से टकरा गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही मैहर के तहसीलदार जितेंद्र पटेल मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि, “कार में पांच लोग सवार थे, जो सभी मुंबई के पालावा के निवासी थे। वे प्रयागराज में कुंभ स्नान के बाद घर लौट रहे थे, तभी यह दर्दनाक हादसा हुआ। प्राथमिक जांच में पता चला है कि हादसा ड्राइवर को झपकी आने के कारण हुआ।”
उन्होंने आगे बताया कि, “घायलों का इलाज सिविल अस्पताल, मैहर में चल रहा है, और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों को सूचित कर दिया गया है, और जल्द ही शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।”
सड़क हादसों की बढ़ती संख्या बनी चिंता का विषय
मैहर और आसपास के इलाकों में हाल के दिनों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि तेज रफ्तार, थकान, नींद की झपकी और सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों के कारण ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं।
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. अरविंद मिश्रा का कहना है कि, “लंबी दूरी तय करने वाले वाहन चालकों को नियमित अंतराल पर आराम करना चाहिए। खासतौर पर रात के समय सफर करने पर झपकी आने का खतरा अधिक रहता है, जिससे हादसों की संभावना बढ़ जाती है।”
सरकार और प्रशासन से की गई मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि हाईवे पर खड़े भारी वाहनों को हटाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, सड़क पर गति सीमा का पालन कराने और हाईवे पेट्रोलिंग बढ़ाने की भी मांग की गई है।
जनता की मांग:
✅ सड़कों पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग पर रोक लगे।
✅ हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे और निगरानी बढ़ाई जाए।
✅ लंबी यात्रा के दौरान ड्राइवरों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
मैहर में हुआ यह दर्दनाक हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित करता है। इस घटना ने न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि क्या हमारी सड़कें वाकई सुरक्षित हैं?
प्रशासन को चाहिए कि सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और ड्राइवरों के लिए सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाए। ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसों को टाला जा सके।