फर्जी वोटर आईडी बनाकर जमीन की रजिस्ट्री, पैसे की सांठगांठ कर रजिस्ट्रार परस्ते ने नहीं किया सत्यापन
खरीददार को लगी 10 लाख की चपत, भूमि का कब्जा लेने पहुंचा तब हुआ खुलासा
मीडिया ऑडीटर, रीवा (निप्र)। शहर से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित सगरा गांव से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां रावेंद्र पटेल नाम के व्यक्ति का फर्जी वोटर आईडी बनाकर किसी व्यक्ति ने उसके नाम की जमीन का विक्रय कर दिया और क्रेता अनिल मिश्रा ने बिना जांच परख किए ही उस जमीन के बदले फर्जी विक्रेता को 10 लाख रुपए दे दिए तथा बाद में अनिल मिश्रा अपने द्वारा खरीदी जमीन का कब्जा लेने पहुंचे तब खुलासा हुआ कि उन्होंने जिस व्यक्ति से जमीन खरीदी है वह भूमि का असली मालिक नहीं है और विक्रेता उसे 10 लाख रुपए की चपत लगाकर फरार हो गया।
उस जमीन की हकीकत परत दर परत तब खुलने लगी जब मामले की शिकायत पुलिस तक पहुंची और घटना की जांच कर रहे सिरमौर एसडीओपी उमेश प्रजापति ने तहकीकात की तो पता चला कि रावेंद्र पटेल के हिस्से की जमीन को फर्जी तरीके से रावेंद्र पटेल ने फर्जी वोटर आईडी के दम पर अनिल मिश्रा नाम के युवक को बेंच दिया और उससे 10 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। दरअसल एक व्यक्ति के द्वारा बकछेरा प्रधानमंत्री सड़क से लगी जमीन के असली मालिक रावेंद्र पटेल के नाम से फर्जी वोटर आईडी बनवाया गया और उसी को लेकर उस इंसान ने जमीन के एक खरीददार की तलाश की, तब अनिल खरीदने के लिए तैयार हुए तथा रजिस्ट्रार कार्यालय में फर्जी वोटर आईडी दिखाकर उस व्यक्ति ने फर्जी जमीन का विक्रय कर दिया और अगली सुबह जब खरीददार अनिल मिश्रा जमीन का कब्जा लेने पहुचा तो उस जमीन का मालिक दूसरा निकला तो उनके होश उड़ गए।
रजिस्ट्रार की भूमिका संदिग्ध– जानकारी के मुताबिक रावेंद्र पटेल नाम के फर्जी युवक ने जिस जमीन की बिक्री की है उसमें रजिस्ट्री करने वाले रजिस्ट्रार सोनीलाल परस्ते की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है जिससे पुलिस ने अपनी जांच में उनसे सख्ती से पूंछतांछ कर रही है।
बता दें रजिस्ट्रार सोनीलाल परस्ते ने जमीन के संपूर्ण कागजात को नहीं देखा तथा बिना स्थल निरीक्षण के ही रजिस्ट्री कर दी इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि सोनिलाल परस्ते रजिस्ट्रार ने आरोपी से पैसे का लेन देन किया था जिससे उन्होंने बिना जांचे परखे रजिस्ट्री कर दी।
इनका कहना है
सगरा गांव का ये मामला सामने आया है जिसमें फर्जी वोटर आईडी का उपयोग कर जमीन की रजिस्ट्री कराई गई इसमें हम रजिस्ट्रार सोनीलाल परस्ते से भी पूंछतांछ कर रहे हैं जो भी तथ्य सामने आते हैं उनपर कार्यवाही की जायेगी।
उमेश प्रजापति-एसडीओपी सिरमौर