उत्तर प्रदेश

राकेश टिकैत को पुलिस ने हिरासत में लिया, किसान महापंचायत के लिए नोएडा जा रहे थे

भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत, जो नोएडा के ज़ीरो प्वाइंट पर आयोजित किसान महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे, को पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे से गिरफ्तार कर लिया। राकेश टिकैत अपने घर से महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए निकले थे, लेकिन अलीगढ़ के तपल में पुलिस ने उन्हें रोक लिया और गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उन्हें तपल पुलिस स्टेशन ले गई।

तपल में हुई गिरफ्तारी

राकेश टिकैत तपल में BKU के उपाध्यक्ष के घर पर ठहरे हुए थे। सुबह उन्होंने नोएडा में हो रहे किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए घर से निकलने के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर किसानों के साथ चलते हुए दिखाई दिए। इसके बाद थोड़ी दूर जाने के बाद वे एक कार में बैठ गए। तभी पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस से भिड़े राकेश टिकैत

पुलिस ने राकेश टिकैत की गिरफ्तारी को लेकर सख्त सुरक्षा व्यवस्था बनाई थी। जैसे ही राकेश टिकैत की कार को रोका गया, पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला और गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और राकेश टिकैत के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली। इस घटना के बाद अन्य किसान नेताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और सड़क को जाम कर दिया, जिसके कारण यमुना एक्सप्रेसवे के एक हिस्से में पूरी तरह से जाम लग गया।

किसान नेताओं का प्रदर्शन और सड़क जाम

राकेश टिकैत की गिरफ्तारी के विरोध में किसानों के अन्य नेताओं ने भी प्रदर्शन किया और यमुना एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन में हलचल मच गई और अलीगढ़ के जिलाधिकारी (DM), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP), ग्रामीण पुलिस अधीक्षक (SP Rural) सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।

राकेश टिकैत को पुलिस ने हिरासत में लिया, किसान महापंचायत के लिए नोएडा जा रहे थे

टिकैत ने फोन पर किसानों से की अपील

गिरफ्तारी के बाद राकेश टिकैत ने किसानों से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि उन्हें तपल पुलिस द्वारा रोका गया है। टिकैत ने कहा, “अगर किसानों की मांगें नहीं मानी जातीं, तो हम दिल्ली की बजाय लखनऊ मार्च करेंगे। किसानों को तैयार रहना चाहिए।” राकेश टिकैत ने किसानों से अपनी आवाज उठाने और आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया।

महापंचायत में भारी संख्या में किसान पहुंचे

इस बीच, नोएडा में आयोजित किसान महापंचायत में उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों से किसानों की भारी भीड़ जमा हुई। किसानों ने ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों के साथ महापंचायत में भाग लिया। यह महापंचायत उस समय हो रही थी, जब नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर बैठे किसानों की गिरफ्तारी को लेकर किसानों ने विरोध जताया। राकेश टिकैत ने इन गिरफ्तारियों को गलत और अवैध बताया और इसके खिलाफ जोरदार विरोध किया।

किसानों की मांगें और आगामी आंदोलन

किसान महापंचायत में किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को उठाया, जिनमें खेतों में मजदूरी बढ़ाने, कृषि उत्पादों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और किसानों के खिलाफ हो रही कार्रवाई को रोकने की मांग प्रमुख थी। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को यदि न्याय नहीं मिलता है तो वे दिल्ली की बजाय लखनऊ मार्च करेंगे और सरकार से अपनी मांगों को मनवाएंगे।

राकेश टिकैत की गिरफ्तारी और किसानों का विरोध प्रदर्शन यह दर्शाता है कि देश भर में किसानों की समस्याओं को लेकर गहरी चिंता और असंतोष है। सरकार के खिलाफ किसानों की आवाज़ और अधिक मजबूत हो रही है, और उनका आंदोलन आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई है। राकेश टिकैत का यह संघर्ष किसानों के अधिकारों के लिए जारी रहेगा, और इसके प्रभावी परिणामों की उम्मीद की जा रही है।

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