Pahalgam Terror Attack: बच्चे ने फोन पर दी पिता की मौत की खबर, दीनेश मिरानिया की अंतिम यात्रा की दास्तान

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के व्यापारी दिनेश मिराणिया अपने परिवार के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अपनी शादी की सालगिरह मनाने गए थे। मंगलवार को वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ सालगिरह का जश्न मना रहे थे कि तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई। सबसे दर्दनाक बात ये है कि यह पूरी घटना उनकी पत्नी और बच्चों के सामने हुई। मिराणिया परिवार के एक सदस्य ने बताया कि दिनेश काफी समय से कश्मीर जाने की योजना बना रहे थे और वहां एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के साथ अपनी सालगिरह भी मनाना चाहते थे।
धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे दिनेश
बीजेपी नेता और मिराणिया परिवार के रिश्तेदार अमर बंसल ने बताया कि दिनेश उनके साले के भाई थे। उन्होंने बताया कि पहले उन्हें सूचना मिली कि दिनेश को गोली लगी है। जब उन्होंने पूरी जानकारी ली तो पता चला कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया था लेकिन वे बच नहीं सके। उनकी पत्नी को भी मामूली चोटें आई हैं लेकिन वे सुरक्षित हैं। इस घटना की जानकारी सबसे पहले दिनेश के बेटे ने फोन पर दी थी।
आतंकियों ने नाम पूछकर मर्दों को बनाया निशाना
दिनेश मिराणिया के एक अन्य रिश्तेदार सुधीर अग्रवाल ने बताया कि यह हमला मंगलवार शाम करीब 6 बजे हुआ था। दिनेश का बेटा फोन पर रोते हुए बता रहा था कि कैसे हमला हुआ और उसके बाद भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने पहले पर्यटकों के नाम पूछे और फिर महिलाओं और बच्चों को छोड़कर मर्दों पर गोलियां चलाईं। इस हमले में दिनेश को गोली मार दी गई और वे मौके पर ही गिर पड़े। दिनेश के तीन भाई हैं और सभी रायपुर में ही रहते हैं।
नेताओं ने जताया शोक और की कड़ी निंदा
इस घटना के बाद पूरे छत्तीसगढ़ में शोक की लहर फैल गई है। विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी संवेदना जताई। उन्होंने लिखा कि “पहलगाम में धार्मिक आधार पर हुआ यह बर्बर आतंकी हमला पूरे देश को झकझोर देने वाला है। रायपुर के हमारे युवा व्यापारी दिनेश मिराणिया अपने परिवार के साथ कश्मीर यात्रा पर गए थे लेकिन यह यात्रा उनके लिए आखिरी साबित हुई। हम सभी उनके निधन से गहरे दुखी हैं।” रमन सिंह ने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति दें।