चिड़ियाघर में सफेद शेरों की संख्या घटकर तीन, क्या है इसके पीछे का राज?

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित कानन पेंडारी जू से एक दुखद खबर आई है। सफेद शेर ‘आकाश’ की सोमवार, 21 अप्रैल को अचानक मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, आकाश को दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ा और उसकी मौत मौके पर ही हो गई। जू के प्रबंधन ने बताया कि सुबह जू के रखवाले ने शेर के पिंजरे को साफ करने के दौरान आकाश की बेहोशी को देखा और यह देखकर वह तुरंत अधिकारियों को सूचित करने पहुंचे। इसके बाद, वन्यजीव डॉक्टर पीके चंदन मौके पर पहुंचे और आकाश की मृत्यु की पुष्टि की।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिल का दौरा पाया गया
आकाश की मौत के कारणों की पुष्टि के लिए जू प्रबंधन ने शेर के शव का पोस्टमॉर्टम कराया। रिपोर्ट में पता चला कि सफेद शेर की मौत दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) के कारण हुई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में आकाश के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस घटनाक्रम ने न केवल जू के कर्मचारियों को बल्कि वहां आने वाले पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों को भी गहरा आघात पहुंचाया।
आकाश था पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
सफेद शेर ‘आकाश’ कानन पेंडारी जू में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र था। उसकी दुर्लभ प्रजाति और सुंदरता के कारण वह खासा प्रसिद्ध था। जू में आने वाले लोग आकाश को देखने के लिए दूर-दूर से आते थे। अब उसकी मौत के बाद जू में शोक की लहर दौड़ गई है। वन्यजीव प्रेमी और जू के कर्मचारी इस दुखद घटना से गहरे शोक में डूबे हुए हैं।
जू में सफेद शेरों की संख्या हुई कम
आकाश की मौत के बाद कानन पेंडारी जू में अब केवल तीन सफेद शेर रह गए हैं। कुछ समय पहले ही जू में एक नया सफेद शेर ग्वालियर जू से लाया गया था, जिससे सफेद शेरों की संख्या चार हो गई थी, लेकिन अब आकाश की मौत के बाद यह संख्या घटकर तीन रह गई है। कानन पेंडारी जू में 70 से ज्यादा प्रजातियों के जानवरों का आवास है, जिसमें सफेद बाघ, रॉयल बंगाल टाइगर, शेर, तेंदुआ, हिप्पोपोटामस, गैंडा, भालू, हिरण, एमू, विभिन्न पक्षी, मछलियां और सांप शामिल हैं।