निपुण भारत मिशन: रीवा में शिक्षकों ने साझा किए नवीन शिक्षण के तरीके
कुशमेंद्र सिंह
दैनिक मीडिया ऑडीटर/ रीवा/पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2, रीवा में आयोजित एक दिवसीय निपुण कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय संकुल के शिक्षकों ने बच्चों के सीखने-सिखाने के नए आयाम तलाशे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी निपुण भारत योजना के तहत प्राथमिक स्तर पर बच्चों में पठन-पाठन और गणितीय क्षमताओं को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। स्थल प्राचार्य योगेश कुमार पाण्डेय ने सभी सम्मानित प्राचार्य एवं शिक्षकों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि निपुण भारत मिशन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
निपुण भारत मिशन का उद्देश्य 3 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस मिशन के तहत वर्ष 2026-27 तक ग्रेड 3 के सभी बच्चों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित में दक्ष बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यक्रम में शिक्षकों ने निपुण भारत मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों और बच्चों को सीखने-सिखाने के लिए अपनाए जा रहे नवीन तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशंस के माध्यम से बच्चों के साथ की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों को प्रदर्शित किया।
संकुल प्रभारी प्राचार्य महालक्ष्मी पाण्डेय, प्राचार्य केवि न01, रीवा के अलावा एसके पाठक, प्राचार्य केवि न.-1 सतना, अंजू त्यागी, प्राचार्य सीधी, राम मिलन, आर पी शाह, विवेक शर्मा सहित कुल 13 प्रधान अध्यापकों, शिक्षकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम शिक्षकों को नए-नए विचारों से अवगत कराते हैं और बच्चों के सीखने के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम में संकुल के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, उप प्राचार्य और शिक्षक शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन संदीपा मिश्रा एवं उर्वशी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सुलक्षणा चतुर्वेदी ने किया।
रीवा में आयोजित यह एकदिवसीय निपुण कार्यक्रम निपुण भारत मिशन को सफल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। शिक्षकों द्वारा साझा किए गए अनुभव और विचार निश्चित रूप से बच्चों के सीखने-सिखाने के तरीकों में सुधार लाएंगे।