छत्तीसगढ

Chhattisgarh में नए नगरीय निकायों का गठन, सात नगर पंचायतों को नगर पालिका में किया गया परिवर्तित

Chhattisgarh में इस वर्ष नगर निकाय चुनाव (CG Nikay Chunav 2025) होने जा रहे हैं और इसके लिए पूरी तैयारी जोरों पर है। इस बीच, राज्य में पिछले साल यानी 2024 के दौरान कुल नौ नए नगरीय निकायों का गठन किया गया। इसके साथ ही, सात नगर पंचायतों को नगर पालिका में उन्नत किया गया है। इन नए निकायों के गठन और उन्नति के साथ छत्तीसगढ़ में अब कुल 192 नगरीय निकाय हो गए हैं, जिनमें 14 नगर निगम, 54 नगर पालिकाएं और 124 नगर पंचायतें शामिल हैं। इस कदम से राज्य के शहरीकरण को और गति मिलने की संभावना है।

राज्य सरकार ने स्थानीय निवासियों की मांगों को संवेदनशीलता से समझते हुए नए नगरीय निकायों का गठन और नगर पंचायतों को नगर पालिका में बदलने की स्वीकृति दी है। इस निर्णय से इन नगरों को शहरी सुविधाएं प्रदान करने का कार्य और तेज़ी से किया जाएगा। यह निर्णय छत्तीसगढ़ में विकसित हो रहे नगरों को सशक्त बनाने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करेगा।

Chhattisgarh में नए नगरीय निकायों का गठन, सात नगर पंचायतों को नगर पालिका में किया गया परिवर्तित

मुख्यमंत्री विशुनुदेव साईं की अगुवाई में नगरीय निकायों का गठन

मुख्यमंत्री विशुनुदेव साईं की नेतृत्व में राज्य सरकार ने 2024 में नए नगरीय निकायों के गठन के साथ-साथ नगर पंचायतों को नगर पालिका में उन्नत करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह कदम राज्य के शहरी विकास को गति देने और शहरों की बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया है। इस पहल के तहत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में कई नगर पंचायतों का उन्नयन और नए नगरीय निकायों का गठन किया गया है।

2024 में नए नगर पंचायतों का गठन

जनता के प्रतिनिधियों और स्थानीय निवासियों की मांग पर राज्य सरकार ने 2024 में निम्नलिखित क्षेत्रों में नए नगर पंचायतों का गठन किया:

  1. लाल बहादुर नगर और घुमका – राजनांदगांव जिला
  2. जरहगांव – मुंगेली जिला
  3. पतना – कोरिया जिला
  4. कुसमी – बेमेतरा जिला
  5. देवभोग – गरियाबंद जिला
  6. शिवानंदपुर – सूरजपुर जिला
  7. बम्हनीडीह – जांजगीर-चंपा जिला
  8. पालारी – बलोद जिला

इन नगर पंचायतों का गठन स्थानीय जनसंख्या की आवश्यकताओं और शहरीकरण की दिशा में एक और कदम था। इन नए नगर पंचायतों का गठन इन क्षेत्रों में शहरी विकास को बढ़ावा देगा और स्थानीय निवासियों को बेहतर शहरी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।

2024 में नगर पंचायतों का नगर पालिका में उन्नयन

इसके साथ ही, छत्तीसगढ़ सरकार ने सात नगर पंचायतों को नगर पालिका में उन्नत करने का भी निर्णय लिया। इन नगर पंचायतों का उन्नयन शहरीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह इन नगरों को बेहतर शहरी सुविधाएं प्रदान करने में सहायक होगा। 2024 में जिन नगर पंचायतों को नगर पालिका में उन्नत किया गया, वे निम्नलिखित हैं:

  1. गौरेला नगर पंचायत – गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला
  2. पेन्द्रा नगर पंचायत – गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला
  3. लोर्मि नगर पंचायत – मुंगेली जिला
  4. अभनपुर नगर पंचायत – रायपुर जिला
  5. बोड़री नगर पंचायत – बिलासपुर जिला
  6. सिमगा नगर पंचायत – बालोदाबाजार-भटापारा जिला
  7. रामानुजगंज नगर पंचायत – बलरामपुर-रामानुजगंज जिला

इन नगर पंचायतों को नगर पालिका में परिवर्तित करने से इन क्षेत्रों में शहरी विकास को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। नगर पालिका के दर्जे से इन शहरों को अधिक स्वायत्तता प्राप्त होगी, जिससे शहरी योजनाओं का अधिक प्रभावी क्रियान्वयन संभव होगा।

नए नगरीय निकायों का महत्व

छत्तीसगढ़ में नए नगरीय निकायों का गठन राज्य सरकार के लिए एक बड़ा कदम है, जो शहरी विकास और जनसंख्या की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में सहायक साबित होगा। यह कदम न केवल शहरी सुविधाओं के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ को विकास की दिशा में एक नया मोड़ भी देगा। इसके साथ ही, इन नए निकायों के गठन से स्थानीय सरकारों को अपनी जिम्मेदारियों को अधिक कुशलता से निभाने का अवसर मिलेगा।

नए नगर पंचायतों का गठन और नगर पालिका में परिवर्तित होने से इन क्षेत्रों के विकास में तेजी आएगी। इस कदम से छत्तीसगढ़ के इन क्षेत्रीय नगरों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़क, जल आपूर्ति, स्वच्छता, और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, नए निकायों का गठन स्थानीय रोजगार सृजन और नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने में भी सहायक होगा।

नगरीय निकायों के गठन और नगर पंचायतों को नगर पालिका में परिवर्तित करने का निर्णय छत्तीसगढ़ सरकार की शहरी विकास की ओर एक बड़ा कदम है। यह कदम राज्य के शहरीकरण को गति देगा और स्थानीय निवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री विशुनुदेव साईं और उपमुख्यमंत्री अरुण साव के नेतृत्व में यह प्रयास राज्य में शहरी विकास को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। इन नई नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं के गठन से छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार होगा और इन नगरों के लोग बेहतर जीवन यापन कर सकेंगे।

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