MP News: उज्जैन में महिला द्वारा बुजुर्ग को ब्लैकमेल कर 4 करोड़ की ठगी, एक करोड़ की संपत्ति बरामद

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नीलगंगा थाना क्षेत्र में तीन महिलाओं ने एक बुजुर्ग को ब्लैकमेल करके 4 करोड़ रुपये की ठगी की। इन महिलाओं ने बुजुर्ग के बारे में आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था और उसी के माध्यम से उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी महिलाओं से 45 लाख रुपये की नकदी और 55 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद किए हैं।
ब्लैकमेलिंग का मामला
उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि अलंगधाम निवासी एक व्यक्ति ने रिपोर्ट लिखाई थी कि उसकी वृद्ध पिता को दो साल से उनके घर में काम करने वाली महिला ब्लैकमेल कर रही थी। आरोपी महिला ने बुजुर्ग से लगातार पैसे और कीमती सामान की मांग की थी और करीब तीन से चार करोड़ रुपये की ठगी की। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस ने गिरफ्तार की महिलाएं
जांच में सामने आया कि आरोपी महिला के अलावा और भी दो महिलाएं इस घिनौने कृत्य में शामिल थीं। पुलिस ने Pinky Gupta, Rajni Patidar, और Sajjan Bhai Bairagi नामक तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इन महिलाओं से 45 लाख रुपये की नकदी और 55 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, ये महिलाएं पहले घर में नौकरानी के रूप में काम करती थीं और बाद में इन्होंने घर के मालिक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
कर्मचारी ने बुजुर्ग के साथ की ब्लैकमेलिंग
पुलिस ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब एक आरोपी महिला ने बुजुर्ग के आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें खींची थीं। आरोपी महिला और उसके सहयोगी राहुल मालवीया ने बुजुर्ग से ये तस्वीरें और वीडियो दिखा कर उन्हें धमकाया। उन्होंने बुजुर्ग को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और इस भय के कारण बुजुर्ग ने अपनी संपत्ति बेचकर आरोपियों को पैसे दिए।
राहुल मालवीया की गिरफ्तारी की तलाश
पुलिस ने राहुल मालवीया नामक एक अन्य आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। वह घटना में शामिल था और उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि यह ठगी बहुत महीन तरीके से की गई थी और आरोपी महिलाएं बुजुर्ग के डर का फायदा उठाते हुए पैसे निकालती रही थीं।
पीड़ित बुजुर्ग की हालत
यह घटना बुजुर्ग के लिए एक मानसिक आघात थी, और रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद वह बीमार पड़ गए। उनके स्वास्थ्य पर इसके गहरे प्रभाव पड़े, जिससे यह मामला और भी संवेदनशील हो गया। पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया, और अब उनके खिलाफ आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
नकद और आभूषण की बरामदगी
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिलाओं के पास से कुल 45 लाख रुपये की नकदी और 55 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं। यह बरामदगी इस बात का संकेत है कि ठगी की रकम कितनी बड़ी थी। इन महिलाओं ने न केवल पैसे वसूले बल्कि पीड़ित परिवार को गंभीर मानसिक और आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने मामले में गहरी जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं और आरोपी राहुल मालवीया को भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आरोपी महिलाओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
ब्लैकमेलिंग के मामलों में सतर्कता की जरूरत
यह मामला यह दिखाता है कि कैसे कुछ लोग अपनी बुरी नीयत और धोखाधड़ी से दूसरों को शिकार बना सकते हैं। खासकर बुजुर्गों को ऐसे मामलों में अधिक सतर्क रहने की जरूरत होती है, क्योंकि वे किसी भी धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सतर्क रहें और अगर कोई अनहोनी स्थिति सामने आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस घटनाक्रम से मिले सबक
यह घटना यह भी दर्शाती है कि हमें अपने घर के कर्मचारियों या सेवकों के चयन में सतर्क रहना चाहिए। घर में काम करने वाले लोगों से हमारी व्यक्तिगत जानकारी और संवेदनशील चीजें छुपी रहनी चाहिए। यह भी जरूरी है कि हम किसी को भी अपनी निजी जानकारी या संपत्ति के बारे में न बताएं, ताकि बाद में किसी प्रकार का शोषण या धोखाधड़ी न हो सके।
उज्जैन में हुई इस ठगी की घटना ने यह साबित कर दिया कि ब्लैकमेलिंग के मामले किस तरह से समाज में बढ़ रहे हैं। पुलिस ने आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर इस मामले को उजागर किया है, लेकिन यह समाज के लिए एक बड़ा संदेश है कि हमें अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हमें अपनी निजी जानकारी और संपत्ति को लेकर सजग रहना चाहिए और ऐसी परिस्थितियों में तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए।