Madhya Pradesh News: आयकर विभाग की छापेमारी में सागर जिले में मिले मगरमच्छ, टीम के उड़े होश
Madhya Pradesh News: सागर जिले, मध्य प्रदेश में एक अजीब मामला सामने आया है। दरअसल, जब आयकर विभाग की टीम एक घर पर छापेमारी करने पहुंची, तो उन्होंने कुछ ऐसा पाया, जिसने सभी को हैरान कर दिया। आयकर विभाग की टीम जब सागर जिले के एक घर में छापेमारी करने पहुंची, तो वहां एक मगरमच्छ देखा गया। इसके बाद इस घटना की सूचना शुक्रवार को वन विभाग को दी गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को रेस्क्यू किया।
वन विभाग ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को सुरक्षित किया
मध्य प्रदेश वन बल के प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने इस घटना की पुष्टि की और समाचार एजेंसी PTI से बातचीत में बताया कि इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा मगरमच्छ के बारे में वन विभाग को सूचित करने के बाद की गई थी। श्रीवास्तव ने कहा कि मगरमच्छ की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इस मामले को लेकर अदालत को जानकारी दी जाएगी और इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
आयकर विभाग की छापेमारी से जुड़ी जानकारी
इस घटना से जुड़ी एक आयकर विभाग के अधिकारी ने बताया कि सागर में बीड़ी निर्माता, भवन निर्माण ठेकेदार और पूर्व बीजेपी पार्षद राजेश केसवानि से जुड़े स्थानों पर सर्च की गई थी। हालांकि, इस दौरान उन्होंने मगरमच्छों के बारे में कुछ नहीं कहा। इस बीच, सूत्रों के अनुसार, चार मगरमच्छों को रेस्क्यू किया गया है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में पालतू कुत्तों का घुसना, हो रही जांच
इसी बीच, एक और मामला सामने आया है, जिसमें पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में पालतू कुत्तों के घुसने की घटना सामने आई है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय निदेशक अंजना सुचिता तिर्की ने इसकी जांच का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि पालतू कुत्तों का पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर घुसने का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे ध्यान में रखते हुए, इस घटना की जांच एडी मंडला को सौंप दी गई है।
उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है क्योंकि कुत्तों के द्वारा बाघों को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मामले की जांच की जा रही है और जांच में दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आयकर विभाग की छापेमारी और वन्यजीव संरक्षण की प्राथमिकता
यह घटना आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान हुई थी, लेकिन इसके बाद वन विभाग की तत्परता और त्वरित कार्रवाई ने वन्यजीवों के संरक्षण की महत्ता को दर्शाया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि घर में मगरमच्छ कहां से आए थे और उन्हें कैसे पाला जा रहा था, लेकिन वन विभाग की टीम ने बिना किसी देरी के कार्रवाई की और मगरमच्छों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि सुरक्षा और संरक्षा के मुद्दे पर प्रशासन की जिम्मेदारी कहीं ज्यादा बढ़ जाती है। आयकर विभाग और वन विभाग के समन्वय से इस मामले को गंभीरता से लिया गया और सभी नियमों के तहत कार्रवाई की गई।
सागर जिले में आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान मगरमच्छों का मिलना एक हैरान करने वाली घटना है। इसने प्रशासन और वन विभाग की कार्यशैली को एक नई दिशा दी है। वन्यजीवों के संरक्षण के मामले में यह घटना और भी महत्वपूर्ण बन गई है, क्योंकि यह दिखाता है कि वन विभाग ने बिना किसी देरी के कार्रवाई की और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। इसी तरह के मामलों में प्रशासन की सजगता और तत्परता भविष्य में अन्य घटनाओं के लिए उदाहरण बन सकती है।