मध्य प्रदेश

Madhya Pradesh News: 32 दिनों में 71 लाख की ठगी… BSF इंस्पेक्टर डिजिटल जाल में फंसा; हैरान कर देगी ये कहानी”

Madhya Pradesh News: दिन-प्रतिदिन साइबर अपराध के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। पहले साइबर ठग आम लोगों को निशाना बनाते थे, लेकिन अब ये बैंक मैनेजरों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक को अपना शिकार बना रहे हैं। लोग अपनी जीवन भर की कमाई इन ठगों के झांसे में आकर गंवा देते हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर से सामने आया है, जहां साइबर ठगों ने बीएसएफ के एक इंस्पेक्टर को ठगकर 71 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।

बीएसएफ इंस्पेक्टर पर ठगी का शिकार

अवसर अहमद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उनका परिवार लखनऊ में रहता है और उनका बेटा दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है। अवसर अहमद ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी में तैनात हैं और वहां अकेले रहते हैं। साइबर ठगों ने उन्हें यह झूठा विश्वास दिलाया कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में फंसे हुए हैं। उन्हें परिवार के किसी भी सदस्य से इस बारे में बात न करने की सख्त हिदायत दी गई।

71 लाख रुपये की धोखाधड़ी

अवसर अहमद ने पूरे एक महीने तक इस बारे में अपने परिवार को कुछ नहीं बताया। इस दौरान ठगों ने उनसे बार-बार अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर कराए। इस प्रक्रिया में, उन्होंने 5 बार आरटीजीएस और 29 बार यूपीआई के जरिए कुल 71 लाख रुपये ठगों को भेज दिए। इसके लिए उन्होंने अपनी दिल्ली स्थित जमीन भी बेच दी और अपनी जमा पूंजी भी ठगों के हवाले कर दी।

बेटे की सूझबूझ से बची जान

डिजिटल गिरफ्तारी के दौरान, जब भी अवसर अहमद अपने बेटे से बात करते, वह अक्सर परेशान रहते। 2 जनवरी को उनके बेटे को उनकी परेशानी पर शक हुआ और उसने कारण पूछा। जब अवसर अहमद ने उसे पूरी बात बताई, तो बेटा तुरंत दिल्ली से टेकनपुर पहुंचा। पूरी स्थिति समझने के बाद, उसने अपने पिता को हिम्मत दी और पुलिस से शिकायत दर्ज कराई।

Madhya Pradesh News: 32 दिनों में 71 लाख की ठगी… BSF इंस्पेक्टर डिजिटल जाल में फंसा; हैरान कर देगी ये कहानी"

पुलिस ने शुरू की जांच

अवसर अहमद के बेटे ने ग्वालियर एसपी से मुलाकात कर मामले की शिकायत की। इसके बाद साइबर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने धोखाधड़ी की जांच शुरू कर दी है और ठगों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही है।

सावधानी से बचा जा सकता है

यह मामला यह बताता है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ सतर्क रहना कितना जरूरी है। ठग अक्सर डर और झूठी जानकारी देकर लोगों को फंसाते हैं। इस प्रकार के अपराधों से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें और कभी भी व्यक्तिगत जानकारी या बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें। अगर किसी को ऐसा कोई कॉल या संदेश प्राप्त होता है, तो तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दें।

यह घटना हमें इस बात की सीख देती है कि कैसे ठग नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देते हैं। सावधानी, जागरूकता, और सतर्कता ही इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा उपाय है। पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद है कि दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

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