Japan PM Fumio Kishida resigns: PM फुमियो किशिदा ने अपने मंत्रिमंडल के साथ दिया इस्तीफा, शिगेरू इशिबा होंगे नए प्रधानमंत्री
Japan PM Fumio Kishida resigns: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा देकर देश की राजनीति में एक बड़ा तूफान मचा दिया है। किशिदा, जिन्होंने 2021 में प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया था, अब अपने पार्टी को एक नया नेता चुनने का मौका देना चाहते हैं। उनके इस्तीफे का कारण उनकी सरकार के चारों ओर चल रहे कई घोटालों की स्थिति बताई जा रही है।
किशिदा का कार्यकाल और इस्तीफे का कारण
फुमियो किशिदा का कार्यकाल कई विवादों और राजनीतिक अस्थिरता से भरा रहा है। पिछले कुछ समय से उनके नेतृत्व में जापान की सरकार पर कई संकट मंडरा रहे थे, जिससे पार्टी में असंतोष फैल रहा था। किशिदा का निर्णय न केवल उनकी व्यक्तिगत राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करता है, बल्कि यह जापान के राजनीतिक परिदृश्य को भी बदल सकता है।
किशिदा ने अपने इस्तीफे में कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी एक नई दिशा में आगे बढ़े और यह सही समय है कि मैं एक नया नेता चुनने का अवसर दूं।” उनके इस कदम ने पार्टी में नई ऊर्जा और दिशा देने की उम्मीद जताई है।
शिगेरू इशिबा की संभावना
किशिदा के इस्तीफे के बाद, शिगेरू इशिबा का नाम जापान के अगले प्रधानमंत्री के लिए सबसे आगे है। इशिबा ने अपनी पार्टी, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) का नेतृत्व संभाल लिया है और उन्होंने पहले ही आगामी चुनावों के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा कर दी है।
चुनावों की घोषणा
इशिबा ने सोमवार को कहा कि वह 27 अक्टूबर को संसदीय चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं। उनका मानना है कि नई सरकार के लिए जल्द से जल्द जनता का जनादेश प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, इशिबा ने अपनी योजनाओं के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि उनकी सरकार को जनादेश प्राप्त हो और वे अपनी नीतियों को लागू कर सकें।
विपक्षी दलों की आलोचना
हालांकि, इशिबा की योजनाओं को विपक्षी दलों ने आलोचना का निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि इशिबा अपने नीतियों पर चर्चा करने और उन्हें संसद में सही ढंग से पेश करने के लिए बहुत कम समय दे रहे हैं। यह विपक्षी दलों की चिंता का विषय है कि इस प्रकार के संक्षिप्त समय में निर्णय लेना लोकतंत्र की आवश्यकताओं के खिलाफ है।
इशिबा की प्रधानमंत्री बनने की संभावनाएँ
इशिबा को आज संसद में मतदान के माध्यम से प्रधानमंत्री के रूप में निर्वाचित किया जा सकता है, क्योंकि उनकी पार्टी का सत्तारूढ़ गठबंधन संसद में बहुमत रखता है। किशिदा के करीबी सहयोगी, मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने सुबह एक कैबिनेट बैठक में कहा कि किशिदा और उनके मंत्री अपने पदों से हट गए हैं।
हयाशी ने कहा, “दुनिया जापान की कूटनीतिक भूमिका से बड़ी उम्मीदें रखती है, विशेष रूप से रूस के यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में चल रहे संघर्षों को देखते हुए।” यह बयान दर्शाता है कि जापान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
भविष्य की चुनौतियाँ
इशिबा के लिए अगली चुनौती उनकी नीतियों को जनता के सामने रखना और उन्हें लागू करना होगा। उनके पास एक मजबूत आधार है, लेकिन उन्हें विपक्षी दलों और विभिन्न सामाजिक समूहों की चिंताओं को भी ध्यान में रखना होगा। इशिबा को अपने कार्यकाल के दौरान आर्थिक विकास, सामाजिक मुद्दों और विदेश नीति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निर्णय लेने होंगे।