अंतर्राष्ट्रीय

इजराइल ने यमन में विद्रोहियों के ठिकानों पर मचाया कहर, भीषण हवाई हमले किए

इजराइल इस समय कई मोर्चों पर जंग में उलझा हुआ है। एक तरफ गाजा में हमास के साथ संघर्ष जारी है, दूसरी तरफ लेबनान में हिज़्बुल्लाह से सामना हो रहा है, और तीसरी ओर इजराइल सीरिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इतने सारे मोर्चों से घिरने के बावजूद, इजराइल ने यमन में हौती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया है। इजराइल ने गुरुवार सुबह यमन में त्वरित हवाई हमले किए और हौती विद्रोहियों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया।

यमन में विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला

इजराइल की सेना ने एक बयान में बताया कि उसने यमन में विद्रोहियों के अंदरूनी और तटीय ठिकानों पर हमले किए। हालांकि, सेना ने इन हमलों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। इजराइल की सेना ने यह भी कहा कि वह अपने नागरिकों के खिलाफ सभी प्रकार के खतरों से निपटने के लिए काम करती रहेगी और जहां भी आवश्यक होगा, वहां ऑपरेशंस करेगी। यह कदम इजराइल की सुरक्षा नीति का हिस्सा है, जो किसी भी खतरे का कड़ा जवाब देने का वादा करती है।

हौती विद्रोहियों ने इजराइल पर मिसाइल दागी

हौती विद्रोहियों ने पहले यह दावा किया था कि इजराइल की राजधानी सना और बंदरगाह शहर होडेइदा पर हमला किया गया। इससे पहले, हौती विद्रोहियों ने इजराइल के केंद्रीय क्षेत्र को निशाना बनाते हुए एक मिसाइल दागी थी। इसके बाद, तेल अवीव और अन्य इलाकों में सायरन बजने लगे थे। इजराइल की सेना ने यह जानकारी दी कि उसकी वायु सेना ने यमन से दागी गई मिसाइल को इजराइल में दाखिल होने से पहले ही नष्ट कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ।

इजराइल की हवाई कार्रवाई का उद्देश्य

इजराइल की यह हवाई कार्रवाई हौती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाने और उनकी सैन्य क्षमताओं को नष्ट करने के उद्देश्य से की गई थी। इजराइल की सेना ने यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई इजराइल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई। हौती विद्रोहियों द्वारा लगातार हमलों की चेतावनी दी जा रही थी, और इजराइल ने यह सुनिश्चित किया कि उसका जवाब ठोस हो।

इजराइल की सुरक्षा की प्रतिबद्धता

इजराइल ने कहा है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। इजराइल की सेना ने बताया कि उसने किसी भी प्रकार की मिसाइलों को अपनी सीमा में दाखिल होने से पहले ही नष्ट कर दिया। यह कदम इजराइल के लिए सुरक्षा और बचाव की रणनीति का हिस्सा है, जो उसे अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए मजबूर करता है।

आने वाले समय में इजराइल की रणनीति

यह स्पष्ट है कि इजराइल यमन में विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले जारी रखेगा, ताकि हौती विद्रोहियों की सैन्य क्षमताओं को कमजोर किया जा सके। इजराइल की सेना अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी और किसी भी प्रकार के हमलों का कड़ा जवाब देगी। यह हवाई हमले इजराइल के रक्षा अभियानों का एक हिस्सा हैं, जो देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं।

इजराइल ने यमन में हौती विद्रोहियों के ठिकानों पर की गई हवाई कार्रवाई से यह साबित कर दिया कि वह अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देता है। यह कार्रवाई इजराइल के सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए अहम है। इजराइल की सेना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि वह किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

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