Israel-Hamas War: याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास कमजोर! हमास ने समझौते का प्रस्ताव इजरायल के सामने रखा, नेतन्याहू का जवाब
Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध लंबे समय से जारी है और इस दौरान कई लोगों की जान जा चुकी है। हाल ही में इजरायल द्वारा किए गए एक हमले में हमास के सबसे बड़े नेता याह्या सिनवार की मौत हो गई, जिससे हमास को बड़ा झटका लगा है। हमास के कई बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद अब संगठन में उथल-पुथल मची हुई है। इस स्थिति में, इजरायली सेना के निरंतर हमलों के बाद हमास ने इजरायल के सामने एक समझौते का प्रस्ताव रखा है।
हमास ने इजरायल के सामने रखा समझौते का प्रस्ताव
हमास ने इजरायल को एक प्रस्ताव दिया है जिसके तहत हमास ने सभी इजरायली नागरिकों को छोड़ने की बात कही है जो उनकी कैद में हैं। इसके बदले में हमास ने युद्धविराम के साथ-साथ अपने लोगों की रिहाई की मांग की है जो इजरायल की कैद में हैं।
गुरुवार को इजरायल ने बताया कि उनका जासूस प्रमुख डेविड बरनिया गाजा संघर्षविराम वार्ता में भाग लेंगे और हमास ने युद्धविराम की स्थिति में लड़ाई रोकने का वादा किया है।
वार्ता के पिछले प्रयास असफल
पिछले एक साल से जारी इस संघर्ष को रोकने के कई प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सफल नतीजा सामने नहीं आया। अमेरिका ने हालांकि हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या को संभावित समझौते का एक नया रास्ता माना है।
इजरायली सूत्रों के अनुसार, 7 अक्टूबर के हमास हमले के दौरान 251 लोग बंधक बना लिए गए थे, जिनमें से 97 अभी भी गाजा में हैं। इजरायली सेना का मानना है कि हमास ने अब तक 34 लोगों को मार डाला है।
गाजा युद्धविराम की वार्ता में मिस्र की भूमिका
गुरुवार को एक वरिष्ठ हमास अधिकारी ने एएफपी को बताया कि उन्होंने मिस्र के अधिकारियों से कहा है कि यदि इजरायल युद्धविराम पर सहमत होता है तो वे गाजा में लड़ाई रोकने को तैयार हैं। बताया गया कि हमास के एक प्रतिनिधिमंडल ने काहिरा में मिस्र की राजधानी में हुए संघर्षविराम के मसौदे पर चर्चा की।
हमास की शर्तें क्या हैं?
हमास ने इजरायल के साथ युद्ध रोकने में रुचि दिखाई है, लेकिन इसके लिए उनकी शर्तें हैं। हमास ने मिस्र के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि इजरायल को गाजा पट्टी से वापस जाना चाहिए, वहां से विस्थापित लोगों की वापसी की अनुमति देनी चाहिए और गाजा में मानवीय सहायता पहुँचने देनी चाहिए। यह बातचीत मिस्र के उस प्रयास का हिस्सा है जो संघर्षविराम वार्ता को पुनः आरंभ करने की दिशा में है।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू का जवाब
इस संदर्भ में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मिस्र के निर्णय का स्वागत किया है और इस बात को लेकर संतोष व्यक्त किया कि मिस्र ने गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए समझौता करने का प्रयास किया है।
नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि काहिरा में हुई बैठकों के बाद प्रधानमंत्री ने मोसाद के निदेशक को दोहा जाकर एजेंडे में शामिल कई पहलों को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है।
इजरायल ने कहा कि मोसाद प्रमुख डेविड बरनिया रविवार को कतर में गाजा बंधकों की रिहाई से संबंधित वार्ता फिर से शुरू करने के लिए मिलने वाले हैं।
अमेरिका और कतर की भूमिका
गुरुवार को अमेरिका और कतर ने कहा कि गाजा संघर्षविराम वार्ता कतर की राजधानी दोहा में फिर से शुरू की जाएगी। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दोहा में कतर के नेताओं से मुलाकात की। यह गाजा संघर्ष के बाद क्षेत्र में उनकी 11वीं यात्रा थी।