अंतर्राष्ट्रीय

ईरान ने अमेरिकी पत्रकार को हिरासत में लिया, जानें क्या है आरोप

ईरान और इजरायल के बीच तनाव पिछले कुछ समय से बढ़ता जा रहा है, विशेषकर 26 अक्टूबर को इजरायल द्वारा ईरान पर हुए हमले के बाद। इस हमले के बाद ईरान ने इजरायल और अमेरिका के खिलाफ प्रतिशोध की चेतावनी दी है। इसी तनाव के बीच, तेहरान ने एक ईरानी-अमेरिकी पत्रकार को हिरासत में लिया है। अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी रविवार को दी।

पत्रकार की पहचान

अमेरिकी विदेश विभाग ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि हिरासत में लिया गया पत्रकार रेजा वलिज़ादेह है, जो ‘रेडियो फरडा’ के लिए काम करता था। ‘रेडियो फरडा’ एक ऐसा संस्थान है जो ‘रेडियो फ्री यूरोप / रेडियो लिबर्टी’ के अंतर्गत आता है और इसे अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। वलिज़ादेह ने फरवरी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा था कि उसके परिवार के सदस्यों को उसके ईरान लौटने के प्रयास के तहत हिरासत में लिया गया था।

पत्रकार की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि

वलिज़ादेह ने अगस्त में दो संदेश साझा किए थे, जिनसे पता चलता है कि वह ईरान लौट आया है। ईरान की धार्मिक सरकार ‘रेडियो फरडा’ को एक दुश्मन संस्था मानती है। पिछले कुछ हफ्तों से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वलिज़ादेह को हिरासत में लिया गया है। मानवाधिकार कार्यकर्ता समाचार एजेंसी, जो ईरान में मामलों की निगरानी करती है, ने बताया कि उसे इस वर्ष देश में प्रवेश करते ही हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उसे रिहा कर दिया गया था।

पुनः गिरफ्तारी और मुकदमा

हालांकि, एजेंसी का कहना है कि उसे फिर से गिरफ्तार किया गया और ईविन जेल भेजा गया, जहां वह अब ईरान की क्रांतिकारी अदालत में मुकदमे का सामना कर रहा है। यह अदालत अक्सर बंद दरवाजों के पीछे सुनवाई करती है। वलिज़ादेह की गिरफ्तारी का मामला एक पूर्व गिरफ्तारी से भी जुड़ा हुआ है, जब उसे 2007 में भी गिरफ्तार किया गया था।

ईरान ने अमेरिकी पत्रकार को हिरासत में लिया, जानें क्या है आरोप

अमेरिकी प्रतिक्रिया

जब वलिज़ादेह के बारे में पूछा गया, तो अमेरिकी विदेश विभाग ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि वह इस बात से अवगत है कि एक अमेरिकी-ईरानी नागरिक को ईरान में गिरफ्तार किया गया है। विदेश विभाग ने कहा, “ईरान ने अक्सर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अमेरिकी नागरिकों और अन्य देशों के नागरिकों को अन्यायपूर्ण तरीके से जेल में डाल दिया है। यह अभ्यास क्रूर और अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है।”

ईरान की ओर से किसी भी तरह की स्वीकार्यता

ईरान ने वलिज़ादेह की हिरासत की बात को स्वीकार नहीं किया है। इसके अलावा, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को इजरायल और अमेरिका को ईरान और उसके सहयोगियों पर हमलों के जवाब में ‘उचित प्रतिक्रिया’ देने की धमकी दी। इस संदर्भ में, लंबी दूरी के ‘B-52’ बमवर्षक विमानों को पश्चिम एशिया में तैनात किया गया है, जिसका उद्देश्य तेहरान को रोकना है।

राजनीति और मानवाधिकार

यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे ईरान में राजनीतिक और मानवाधिकार मुद्दों के बीच एक गहरा संबंध है। पत्रकारों और नागरिकों की गिरफ्तारी अक्सर राजनीतिक कारणों से होती है। ऐसे मामलों में, सरकारें न केवल अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करती हैं, बल्कि अपने नागरिकों के अधिकारों का भी उल्लंघन करती हैं।

ईरान में पत्रकार रेजा वलिज़ादेह की गिरफ्तारी न केवल अमेरिकी-ईरानी संबंधों में तनाव को बढ़ा सकती है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों की स्थिति पर भी सवाल उठाती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वह इस प्रकार की घटनाओं की गंभीरता को समझे और इसके खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।

ईरान की सरकार को चाहिए कि वह मानवाधिकारों का सम्मान करे और पत्रकारों की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करे, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। यदि ईरान इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाता है, तो इससे न केवल उसकी अंतरराष्ट्रीय छवि सुधरेगी, बल्कि देश में स्थिरता और विकास भी आएगा।

इस प्रकार, रेजा वलिज़ादेह की गिरफ्तारी एक गंभीर मुद्दा है, जो न केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार को प्रभावित करता है, बल्कि यह एक बड़े राजनीतिक खेल का हिस्सा भी है, जिसमें मानवाधिकारों की अनदेखी की जा रही है।

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