इंदौर: 26 हजार पंजीकरण, ऐसे 1150 लोगों का घर का सपना हुआ पूरा
मध्यप्रदेश के व्यावसायिक राजधानी इंदौर में हाल ही में आयोजित दो दिवसीय हाउसिंग फेयर में 26 हजार लोगों ने अपने सपनों का घर बनाने और प्लॉट खरीदने के लिए पंजीकरण कराया। इस मेले में शामिल हुए लोगों में से 1150 लोगों का घर का सपना सच हुआ है। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इस तरह के और हाउसिंग फेयर भविष्य में आयोजित किए जाएंगे, जिससे और लोगों को इस योजना का लाभ मिल सके।
आशीष सिंह के निर्देश पर आयोजित हुआ मेगा हाउसिंग फेयर
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन ने बेघर लोगों के लिए एक अभिनव पहल की शुरुआत की और लालबाग में दो दिवसीय विशाल हाउसिंग फेयर आयोजित किया। इस मेले में 26 हजार से अधिक लोगों ने रुचि दिखाई और खुद को पंजीकृत कराया। इस दौरान 1150 से अधिक प्लॉट्स और फ्लैट्स की बुकिंग और आवंटन भी किया गया।
बेघर लोगों को मिला अपना घर
इस हाउसिंग फेयर के माध्यम से बेघर और जरूरतमंद लोगों को आसानी से घर मिल गया और उनका अपना घर बनाने का सपना पूरा हुआ। यह मेले ‘जनकल्याण अभियान’ और ‘गुड गवर्नेंस वीक’ के तहत आयोजित किए गए थे। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इस मेले का उद्देश्य विभिन्न कॉलोनियों में बेघर लोगों को उनके अपने घर दिलाना था।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मिला लाभ
हाउसिंग फेयर के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर और निम्न आय वर्ग के नागरिकों को प्लॉट और फ्लैट खरीदने का सुनहरा मौका मिला। संयुक्त कलेक्टर प्रदीप सोनी ने बताया कि इस फेयर में खरीदारों को पारदर्शी प्रक्रिया के तहत प्लॉट और फ्लैट्स का आवंटन किया गया। उन सभी लोगों का डाटाबेस तैयार किया गया है, जिन्होंने मेले में रुचि दिखाई थी। उनके आवंटन की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
विकसित कॉलोनियों में 6000 प्लॉट्स का हुआ आरक्षण
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इस मेले में 150 से अधिक गांवों में विकसित हो रही कॉलोनियों में ईडब्ल्यूएस (EWS) और एलआईजी (LIG) के लिए 6000 से अधिक प्लॉट्स और फ्लैट्स की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए थे। इन कॉलोनियों में पहले से ही विकसित प्लॉट्स और फ्लैट्स की बुकिंग की गई थी। इसके अलावा, विभिन्न बैंकों ने भी अपने लोन प्रोसेस के लिए स्टॉल लगाए थे, ताकि लोग आसानी से लोन लेकर घर खरीद सकें।
पारदर्शी प्रक्रिया से आवंटन हुआ
इस फेयर के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों ने अपने सपनों का घर पाया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी हो, सभी आवंटन एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किए गए थे। खरीदारों को एक निष्पक्ष प्रणाली में घर या प्लॉट प्राप्त हुआ। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की धांधली न हो और हर लाभार्थी को उसका हक मिले।
बैंक लोन की सुविधा भी दी गई
इस हाउसिंग फेयर में सरकारी और निजी बैंकों ने भी अपनी सेवाएं प्रदान कीं। बैंकों ने लोन लेने के इच्छुक नागरिकों के लिए अपने स्टॉल्स लगाए थे, ताकि वे आसानी से लोन के लिए आवेदन कर सकें। इससे गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग भी घर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सके।
आगे की योजना: और हाउसिंग फेयर आयोजित होंगे
कलेक्टर आशीष सिंह ने यह भी कहा कि भविष्य में और हाउसिंग फेयर आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अवसर का लाभ उठा सकें। इससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को अपने घर का सपना पूरा करने का और अधिक अवसर मिलेगा। इस पहल से समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के नागरिकों को अपने घर के मालिक बनने का एक सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है।
इंदौर की बढ़ती आबादी और घरों की आवश्यकता
इंदौर, जो मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला शहर है, यहां की आबादी में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही घरों की भी भारी मांग है। सरकारी और निजी क्षेत्र की योजनाओं के माध्यम से इस समस्या का समाधान किया जा रहा है। हाउसिंग फेयर जैसे आयोजनों से लोगों को उचित दर पर घर मिल रहे हैं, जिससे शहर की बढ़ती आबादी के लिए आवास की समस्या का कुछ हद तक समाधान हो रहा है।
इंदौर में आयोजित दो दिवसीय हाउसिंग फेयर ने हजारों लोगों को अपना घर खरीदने का सपना पूरा करने का अवसर प्रदान किया है। इस पहल ने यह साबित किया है कि सरकार और प्रशासन अपने नागरिकों की भलाई के लिए योजनाओं को सही तरीके से लागू कर सकते हैं। ऐसे आयोजनों से न केवल बेघर लोगों को घर मिलता है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा भी मजबूत होती है। यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में और अधिक हाउसिंग फेयर आयोजित होंगे, जिससे और अधिक लोग अपने सपनों का घर खरीद सकेंगे।