पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक ‘पर्सोना नॉन ग्रेटा’, 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। इस हमले के बाद भारत ने इंदस जल संधि को स्थगित कर दिया है और वाघा-अटारी सीमा पर पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा भी बंद कर दिए हैं। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान को भारत के इन फैसलों ने चौंका दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के बाद कड़ा संदेश देते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है, जिससे पाकिस्तान में हलचल तेज हो गई है। इस बीच पाकिस्तान में एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई गई है।
पाकिस्तान में हाई-लेवल मीटिंग, अहम फैसले
पाकिस्तान प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री मोदी की चेतावनी के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में पाकिस्तान के तीनों सेना प्रमुखों ने भाग लिया। पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर, नौसेना प्रमुख एडमिरल और पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर ने इस बैठक में अहम निर्णय लिए। पाकिस्तान ने भारत की तरफ से मिली चेतावनी के बाद कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है और भारतीयों के वीजा को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही वाघा सीमा को भी बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान सरकार ने इंदस जल संधि को रद्द करने को युद्ध जैसी कार्रवाई करार दिया है।
पाकिस्तान सरकार ने इस बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। पाकिस्तान ने वाघा सीमा को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है और इस रास्ते से भारत से किसी भी प्रकार का पारगमन पूरी तरह से निलंबित कर दिया है। साथ ही, पाकिस्तान में मौजूदा भारतीय नागरिकों को यह आदेश दिया गया है कि वे 30 अप्रैल से पहले इस रास्ते से भारत वापस लौट जाएं। इसके साथ ही पाकिस्तान ने एसवीईएस (SAARC Visa Exemption Scheme) के तहत जारी सभी भारतीय वीजा को भी रद्द कर दिया है, हालांकि सिख धार्मिक तीर्थयात्रियों को छोड़कर सभी वीजा रद्द कर दिए गए हैं। पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दिया है।
भारत सरकार का कड़ा जवाब, शिमला समझौता खतरे में
पाकिस्तान ने इस बैठक में भारतीय रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को इस्लामाबाद में ‘Persona Non Grata’ घोषित कर दिया है। इन्हें 30 अप्रैल 2025 तक पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार ने भारतीय उच्चायोग में कार्यरत लोगों को भी भारत वापस लौटने के लिए कहा है। पाकिस्तान ने यह भी चेतावनी दी है कि 30 अप्रैल 2025 से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या को 30 तक सीमित कर दिया जाएगा। इसके अलावा पाकिस्तान ने शिमला समझौते को रद्द करने की भी धमकी दी है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं। इस हमले में 28 भारतीय पर्यटकों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत सरकार ने इस हमले के बाद कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिनमें इंदस जल संधि को स्थगित करना, पाकिस्तान के नागरिकों को वीजा बंद करना और पाकिस्तान में भारतीय दूतावास को बंद करना शामिल है।