Gwalior: पति की गुस्से में दहेज के सामानों को जलाने की हैरान कर देने वाली घटना
Gwalior: मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी से हुए विवाद के बाद गुस्से में आकर दहेज में मिले सारे सामान को आग के हवाले कर दिया। यह घटना इतना बढ़ी कि आसपास के लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामले की गंभीरता को देख फायर ब्रिगेड और पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सभी सामान जलकर राख हो चुके थे।
पत्नी से रोज़ के विवाद के कारण हुआ आगजनी
घटना ग्वालियर के बहोडापुर थाना क्षेत्र के आनंद नगर इलाके की है। यहां रहने वाले श्रीराम कुशवाहा का अपनी पत्नी राजनी कुशवाहा से आए दिन कोई न कोई विवाद होता रहता था। आज भी ऐसा ही कुछ हुआ, लेकिन इस बार विवाद इतना बढ़ गया कि श्रीराम ने दहेज में मिले सभी घरेलू सामानों को बाहर निकाला और उन पर केरोसीन डालकर आग लगा दी। आग लगते ही श्रीराम शांति से वहां घूमते रहे, जबकि आसपास के लोग आग की लपटें देखकर बाहर आ गए। कुछ समय बाद इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आग बढ़ी, फिर पुलिस और फायर ब्रिगेड पहुंची
लोगों ने जब देखा कि आग की लपटें बढ़ रही हैं, तो उन्होंने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दहेज में मिले सभी घरेलू सामान जलकर पूरी तरह से राख हो चुके थे। इस घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई, और लोग हैरान थे कि पति ने अपनी पत्नी से विवाद के चलते ऐसा कदम उठाया।
पति-पत्नी का बयान: ‘हम दोनों की गलती है’
घटना के बाद पुलिस ने श्रीराम और राजनी को पुलिस स्टेशन बुलाया और दोनों से पूछताछ की। पहले लोगों ने सोचा कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी, लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ की तो पति ने बताया कि उसने जानबूझकर सभी सामानों को जलाया था। पति का कहना था कि वह गुस्से में था और उसकी पत्नी से हुए विवाद के बाद उसने यह कदम उठाया। इस पर पुलिस ने दोनों को समझाया और कहा कि इस तरह के झगड़े से कोई समाधान नहीं निकलता। बाद में दोनों ने अपनी गलती मानी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने की बात कही।
पुलिस की कार्रवाई और समझाइश
पुलिस अधीक्षक (CSP) अशोक सिंह जदौन ने कहा, “पति और पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद पति ने दहेज के सामानों को आग लगा दी थी। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने घटना की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। दोनों को पुलिस स्टेशन लाकर समझाया गया और यह बताया गया कि इस तरह के झगड़ों से केवल नुकसान होता है।” CSP ने यह भी कहा कि इस तरह के मामले समाज के लिए चिंता का विषय हैं और हमें इनसे बचने के लिए एकजुट प्रयास करने की जरूरत है।
मामले की गंभीरता और समाज में संदेश
यह घटना सिर्फ ग्वालियर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि दहेज और घरेलू विवादों के कारण न केवल रिश्तों में दरार आती है, बल्कि इससे किसी का भी जीवन बर्बाद हो सकता है। पति और पत्नी के बीच के झगड़े कभी इस हद तक नहीं पहुंचने चाहिए, जहां हिंसा या नुकसान की स्थिति बन जाए। खासकर जब बात दहेज की हो, तो यह मुद्दा न केवल कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी इसे सख्ती से निपटने की आवश्यकता है।
ग्वालियर में हुई यह घटना पति-पत्नी के बीच बढ़े विवाद के चलते हुई आगजनी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उदाहरण है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि घरेलू विवादों को शांति और समझ से सुलझाया जाना चाहिए। इस प्रकार के झगड़ों के कारण ना केवल पारिवारिक संबंधों पर असर पड़ता है, बल्कि सार्वजनिक संपत्ति और मानवीय जीवन को भी खतरा होता है। इस मामले ने यह भी दिखाया कि समाज में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा को लेकर जागरूकता और कानूनी सख्ती की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार के विवादों का समाधान शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से हो सके।