मध्य प्रदेश

फॉरेक्स मार्केट के नाम पर 5 करोड़ का धोखाधड़ी, MP पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया

मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में साइबर अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। साइबर अपराधी हर दिन नए तरीकों से आम जनता को धोखा देने में लगे हुए हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने एक साइबर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक व्यक्ति से विदेशी मुद्रा व्यापार (फॉरेक्स) के नाम पर करीब पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने रविवार (15 दिसंबर) को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इंदौर क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों को महाराष्ट्र के नागपुर, छत्तीसगढ़ के रायपुर, और गुजरात के सूरत और भरूच से गिरफ्तार किया है।

आरोपियों ने ‘अमस्टॉक मैक्स’ सॉफ़्टवेयर के जरिए धोखा दिया

अधिकारी ने एक बयान में कहा कि आरोपियों ने पीड़ित को एक सॉफ़्टवेयर ‘अमस्टॉक मैक्स’ डाउनलोड करने के लिए कहा, जो नकली मुनाफे दिखाता था। शुरुआत में पीड़ित को 10,000 रुपये की निवेश पर 40,000 रुपये का नकली मुनाफा दिखाकर उसे लुभाया गया। इस झांसे में आकर, पीड़ित ने आरोपियों के झांसे में आकर कुल 4.85 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा कर दिए।

सॉफ़्टवेयर में दिखाए गए ‘लाभ’ ने पीड़ित को फंसाया

बयान के मुताबिक, जब सॉफ़्टवेयर में 16 करोड़ रुपये का ‘लाभ’ दिखाया गया, तो पीड़ित ने अपना पैसा निकालने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। इसके बाद आरोपी जल्द ही पीड़ित से संपर्क से बाहर हो गए और उसे धोखा दे दिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में पहले ही चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे।

पुलिस ने अब तक 75 लाख रुपये की वसूली की

पुलिस के अनुसार, इंदौर क्राइम ब्रांच ने अब तक पीड़ित से 75 लाख रुपये की वसूली की है और 70 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ‘फ्रीज़’ कर दिए हैं, जो कोर्ट की प्रक्रिया के बाद वापस कर दिए जाएंगे। पुलिस ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी मिल सके।

इस धोखाधड़ी के मामले में गिरोह के अन्य सदस्य भी हो सकते हैं शामिल

पुलिस ने इस बात की भी संभावना जताई है कि इस धोखाधड़ी में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी साक्ष्य मिल सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस साइबर अपराध का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने काफी मेहनत की और विभिन्न राज्यों में कार्रवाई की।

साइबर अपराध से बचाव के उपाय

पुलिस अधिकारियों ने आम जनता को साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति से किसी भी प्रकार के ऑनलाइन निवेश के झांसे में न आएं और न ही किसी संदिग्ध सॉफ़्टवेयर को डाउनलोड करें। इसके अलावा, वे लोगों से यह भी अपील कर रहे हैं कि वे अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स और पासवर्ड्स को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की रिपोर्ट पुलिस को करें।

इस धोखाधड़ी मामले के खुलासे से यह स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देने में लगे हुए हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और पीड़ित से वसूली की प्रक्रिया शुरू की। पुलिस अब भी मामले की गहरी जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। साइबर अपराधों से बचाव के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति जागरूक रहना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Media Auditor

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d