छत्तीसगढ

नवंबर के दूसरे हफ्ते में जगदलपुर में पांच बड़े सड़क हादसे, 10 की मौत, 30 घायल

नवंबर का दूसरा हफ्ता जगदलपुर के लिए काफी दर्दनाक साबित हुआ है। इस सप्ताह के केवल पांच दिनों में ही पांच बड़े सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हफ्ते के अंत तक और दो दिन बाकी हैं, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यह सप्ताह और भी दर्दनाक हो सकता है। आइए जानते हैं इन पांच बड़े सड़क हादसों के बारे में।

पहला हादसा: करपावंद में हुआ भीषण सड़क हादसा

रविवार रात, ओडिशा के श्रमिकों को काम के लिए करपावंद लाया गया था। यह श्रमिक ओडिशा से एक पिकअप वाहन में सवार होकर काम करने के लिए जगदलपुर आ रहे थे। रास्ते में करपावंद में यह वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में तीन श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। यह हादसा स्थानीय लोगों के लिए सदमे की तरह था, और इससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

दूसरा हादसा: बिछड़ चुके ट्रक से टकराई यात्री बस

बीजापुर से एक यात्री बस आ रही थी, जो रास्ते में केशकाल के पास एक खड़े ट्रक से टकरा गई। यह हादसा इतना गंभीर नहीं था, क्योंकि पुलिस ने तत्परता से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे में सात यात्री घायल हो गए, लेकिन घायल यात्रियों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। यदि पुलिस और अस्पताल की टीम तुरंत सक्रिय नहीं होती, तो यह हादसा और भी भयंकर हो सकता था।

तीसरा हादसा: सिंघानपुर में दो ट्रकों की भिड़ंत

सोमवार को कोंडागांव के सिंघानपुर इलाके में दो ट्रकों की भीषण भिड़ंत हो गई। यह हादसा इतना घातक था कि दोनों ट्रक ड्राइवरों के वाहन में फंसे होने के कारण उन्हें निकालने के लिए घंटों कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस हादसे में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और स्थानीय लोग ट्रक ड्राइवर को निकालने के लिए भारी मशक्कत कर रहे थे, जिससे हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया।

नवंबर के दूसरे हफ्ते में जगदलपुर में पांच बड़े सड़क हादसे, 10 की मौत, 30 घायल

चौथा हादसा: अमगुड़ा चौक पर परिवार का हुआ संहार

मंगलवार रात को अमगुड़ा चौक में एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक पर सवार पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, बाइक पर सवार 8 वर्षीय त्रिनाथ की भी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि पूरे परिवार की जिंदगी पलभर में खत्म हो गई। स्थानीय लोग और प्रशासन इस हादसे पर दुख व्यक्त कर रहे हैं, और ट्रक चालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

पांचवा हादसा: किरंदुल के अस्पताल में हुआ बड़ा हादसा

गुरुवार सुबह का हादसा इस सप्ताह का सबसे बड़ा हादसा था। किरंदुल से एक एम्बुलेंस में एक मरीज को अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में यह एम्बुलेंस एक खड़े ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में एम्बुलेंस में सवार डॉक्टर और ड्रेसर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मरीज के परिजन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह हादसा अस्पताल कर्मियों और मरीज के परिवार के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि एम्बुलेंस में जो लोग सवार थे, वे मरीज को बचाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन खुद को बचा नहीं सके। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी।

सड़क हादसों का बढ़ता सिलसिला

जगदलपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में इस तरह के सड़क हादसे पिछले कुछ समय से बढ़ते जा रहे हैं। खासकर नवंबर महीने के दूसरे हफ्ते में हुई इन घटनाओं ने लोगों को एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अहमियत समझाई है। इन हादसों में सड़कों की खराब स्थिति, तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी को प्रमुख कारण बताया जा रहा है। जहां एक ओर हादसे बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की तरफ से ठोस कदम उठाने की जरूरत महसूस की जा रही है।

सड़क सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी

इन हादसों से यह स्पष्ट हो जाता है कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन में गंभीर लापरवाही हो रही है। यदि इन नियमों का पालन किया जाता तो शायद इन हादसों को टाला जा सकता था। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़कों की स्थिति को सुधारने के साथ-साथ यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। साथ ही, लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने की भी जरूरत है, ताकि ऐसे दर्दनाक हादसों से बचा जा सके।

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