छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में फिर हाथी का हमला, एक और ग्रामीण की मौत

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक बार फिर जंगली हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यह घटना पस्ता थाना क्षेत्र के घाघरा गांव में हुई। कोचली गांव के निवासी दिनेश अपने तीन साथियों के साथ धान और मक्के की फसल की रखवाली के लिए घाघरा गांव पहुंचे थे। इसी दौरान एक जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया। हमले के वक्त तीन अन्य ग्रामीण वहां से भागने में सफल रहे, लेकिन दिनेश नहीं भाग सके और हाथी ने उन्हें कुचलकर मार डाला।
चार दिनों में चार लोगों की जान ले चुके हैं जंगली हाथी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। अधिकारियों ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों में बलरामपुर जिले में जंगली हाथियों के हमले में चार लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार की रात रामानुजगंज इलाके में हाथी ने एक महिला समेत दो लोगों को मार डाला था। वहीं, बुधवार को शंकरगढ़ क्षेत्र के जंगल में महुआ बीनने गई एक महिला को हाथी ने कुचलकर मार दिया था।
महुआ बीनने गई महिला की भी हुई थी दर्दनाक मौत
शंकरगढ़ क्षेत्र में जंगल में महुआ बीनने गई जिस महिला की मौत हुई थी, उसकी पहचान गिधी पहाड़ी कोरवा के रूप में हुई है। उसके साथ कई अन्य महिलाएं भी महुआ बीनने गई थीं, लेकिन वे हाथी के गुस्से से बचकर भागने में सफल रहीं। प्रशासन ने गिधी के परिवार को तत्काल 25,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है, जबकि शेष 5.75 लाख रुपये की सहायता औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दी जाएगी।
गांवों में मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह
अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों की बढ़ती गतिविधि को देखते हुए आसपास के गांवों में मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। छत्तीसगढ़ के उत्तरी जिलों में इंसानों और जंगली हाथियों के बीच संघर्ष की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक करने और सुरक्षा उपायों को लागू करने में जुटा हुआ है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।