Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, फर्जी शिविर नष्ट, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई की है। हाल ही में, सुकमा जिले के चिन्तागुफा पुलिस थाना क्षेत्र में चित्तवागु नदी के किनारे सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने माओवादी के अस्थायी शिविर को नष्ट कर दिया और भारी मात्रा में सामग्री और विस्फोटक बरामद किए।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ गुरुवार सुबह हुई, जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम को बोटेलंका, एरणपल्ली और आसपास के क्षेत्रों में माओवादी विरोधी अभियान के तहत भेजा गया था। इस संयुक्त टीम में जिला बल, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन शामिल थी। सुरक्षाबलों ने माओवादी समूह के साथ मुठभेड़ करते हुए अस्थायी शिविर को ध्वस्त कर दिया और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और अन्य सामग्री बरामद की।
माओवादियों का अस्थायी शिविर नष्ट
मुठभेड़ के दौरान, सुरक्षाबलों ने माओवादियों द्वारा बनाए गए अस्थायी शिविर को नष्ट कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान माओवादियों के पास मौजूद विस्फोटक और अन्य सामग्री को जब्त कर लिया गया। यह कार्रवाई माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक हिस्सा है, जिसके तहत सुरक्षा बलों ने हाल के दिनों में कई महत्वपूर्ण सफलता हासिल की हैं।
क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। सभी सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षित बताया गया है, और इस संबंध में और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। इससे पहले, 24 सितंबर को सुरक्षाबलों ने चित्तवागु नदी के किनारे जंगल में माओवादी मुठभेड़ में दो माओवादियों को मार गिराया था।
बीजापुर में 7 माओवादी गिरफ्तार
हाल ही में, सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 7 माओवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने नेलसनार और मिर्तूर पुलिस थाना क्षेत्रों से इन 7 माओवादियों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई जिले में चलाए जा रहे माओवादी विरोधी अभियान का हिस्सा थी, जिसमें जिला बल की एक टीम नेलसनार पुलिस थाना क्षेत्र से गश्त पर निकली थी।
संदिग्ध माओवादियों का भागना
जब टीम बांगापाल डोंगरीपारा के जंगल में पहुंची, तो संदिग्ध माओवादी वहां से भागने लगे। सुरक्षा बलों ने उन्हें चारों ओर से घेरकर पकड़ लिया। गिरफ्तार माओवादियों की पहचान सन्नु उरसा (38), मुन्ना उरसा (38), सोमलु उरसा (33), कमालु मदकाम (28) और विजय कुंजाम (19) के रूप में हुई है। इसके अलावा, सुरक्षा बलों ने मिर्तूर पुलिस थाना क्षेत्र के चेरली विजगुफा जंगल से दो माओवादियों शंकर करम (26) और पांडे करम (26) को भी गिरफ्तार किया और उनके पास से विस्फोटक बरामद किए।
माओवादियों के खिलाफ निरंतर अभियान
सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ निरंतर चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय माओवादी समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। यह अभियान न केवल सुरक्षा बलों के लिए चुनौती है, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है, ताकि वे माओवादी हिंसा से मुक्त और सुरक्षित जीवन जी सकें।