Chhattisgarh News: ‘काले बैग में काला खेल’, पुलिस ने की छानबीन तो रह गई दंग; गिरफ्तार युवकों ने खोली पूरी कहानी
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने शहरी इलाकों में अफीम की तस्करी करने वाले दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों के पास से 680 ग्राम अफीम बरामद हुई है, जिसकी कीमत लगभग 72,000 रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने NDPS अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अफीम की तस्करी की बड़ी साजिश
पुलिस को अपने मुखबिर से सूचना मिली थी कि शहर के नहर नाका चौक के पास दो लोग अफीम बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए उस स्थान पर छापा मारा। जब पुलिस ने वहां पहुंचकर दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा, तो उनके पास एक काले बैग में तीन पैकेट मिले, जो खाकी रंग के टेप से बंधे हुए थे। जांच करने पर पता चला कि इन पैकेटों में अफीम छिपाकर रखी गई थी।
तस्करों की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस ने मौके से दो तस्करों, बाबूराम विशभोई और पेमा राम विशभोई, जो कि राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं, को गिरफ्तार किया। दोनों के पास से कुल 680 ग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस बड़े तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने तस्करों को पकड़कर NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
काले बैग में छिपा था ‘काला खेल’
जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, तब वे तुरंत मौके पर पहुंचे और उन दो संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली। उनके पास से दो काले बैग मिले, जिनमें से एक में तीन पैकेट अफीम पाए गए। यह अफीम खाकी रंग के टेप से बंधे पैकेटों में छिपाई गई थी, जिसे तस्कर बेचने के लिए तैयार थे। पुलिस के अनुसार, इस अफीम की कीमत लगभग 72,000 रुपये आंकी गई है।
अफीम बेचने की योजना
पकड़े गए तस्कर इस अफीम को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे थे। उनकी योजना थी कि वे इस अफीम को बेचकर भारी मुनाफा कमाएं। लेकिन पुलिस की सतर्कता और सूचनातंत्र की वजह से उनकी योजना विफल हो गई। पुलिस ने समय रहते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।
पुलिस की तत्परता से विफल हुआ तस्करी का जाल
यह घटना पुलिस की सूझबूझ और सतर्कता का उत्कृष्ट उदाहरण है। तस्कर जिस समय अफीम बेचने की फिराक में थे, उसी समय पुलिस को उनकी गतिविधियों की जानकारी मिल गई। पुलिस ने तुरंत योजना बनाकर उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस की इस कार्रवाई ने साबित कर दिया कि वे ऐसे किसी भी अवैध काम को सफल नहीं होने देंगे।
अंतरराज्यीय तस्करों की साजिश
यह घटना केवल धमतरी जिले तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल राजस्थान और अन्य राज्यों तक फैला हुआ है। गिरफ्तार तस्कर राजस्थान के जोधपुर से ताल्लुक रखते हैं और यह संभव है कि उनका संबंध बड़े तस्करी नेटवर्क से हो। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके और तस्करी के इस अवैध व्यापार पर लगाम लगाई जा सके।
NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। यह अधिनियम मादक पदार्थों की तस्करी और व्यापार पर रोक लगाने के लिए सख्त प्रावधान करता है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि कानून की नजरों से कोई भी तस्कर बच नहीं सकता।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
गिरफ्तार किए गए तस्करों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इन तस्करों के संबंध और किन-किन राज्यों में फैले हुए हैं। इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि क्या और भी लोग इस तस्करी रैकेट में शामिल हैं।