छत्तीसगढ

Chhattisgarh News: Amit Shah ने डोंगरगढ़ में श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पर अर्पित की श्रद्धांजलि, समाधि स्मृति महोत्सव में शामिल हुए

Chhattisgarh News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि में आयोजित पहले समाधि स्मृति महोत्सव में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और संत के योगदान को सराहा। महोत्सव में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि

अमित शाह ने इस अवसर पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रद्धा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आज मैं यहां आकर आचार्य जी की समाधि पर सिर झुका रहा हूं। पूरे देश से उनके अनुयायी यहां उपस्थित हैं, मैं उन सभी को प्रणाम करता हूं।” केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी के जीवन का उद्देश्य न केवल धर्म और संस्कृति के प्रति समर्पण था, बल्कि उनका योगदान पूरे देश के लिए था।

समारोह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरकार की ओर से आचार्य जी की स्मृति में कई महत्वपूर्ण उपहारों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि 100 रुपये का सिक्का और 108 पदचिह्न जारी किए गए हैं, जो आचार्य जी के योगदान को सराहने का एक प्रतीक हैं।

Chhattisgarh News: Amit Shah ने डोंगरगढ़ में श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पर अर्पित की श्रद्धांजलि, समाधि स्मृति महोत्सव में शामिल हुए

जैन संतों का समाज में योगदान

अमित शाह ने कहा, “जैन संतों ने हमेशा समाज को जोड़ने का कार्य किया है। आचार्य श्री विद्यासागर जी का जीवन धर्म, संस्कृति और राष्ट्र को समर्पित था। मैं आचार्य जी के इस महान योगदान को नमन करता हूं।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आचार्य जी की काव्य रचनाओं, खासकर “मुखमति” पर शोध किए गए हैं और कई छात्रों ने इस पर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने आचार्य जी के दर्शन को साझा करते हुए कहा, “आचार्य जी ने कहा था कि जितनी विविधताएं एक थाली में होती हैं, उतना ही अच्छा होता है। जैसे भारत में विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों का संगम है, वैसे ही विविधता में एकता का संदेश आचार्य जी ने हमेशा दिया।”

समाज में समरसता का संदेश

अमित शाह ने आगे कहा, “भारत विविधताओं का देश है, जहां हर धर्म, भाषा और संस्कृति का आदान-प्रदान होता है। आचार्य श्री विद्यासागर जी ने हमेशा यह संदेश दिया कि हम सब एक हैं और हमें अपने मत, पंथ और आस्था की परवाह किए बिना समाज के कल्याण के लिए एकजुट होना चाहिए।”

गृह मंत्री ने समाज में समरसता और भाईचारे के महत्व पर जोर दिया और कहा कि समृद्धि और विकास तभी संभव है जब हम सभी मिलकर एक-दूसरे के विश्वास और संस्कृति का सम्मान करें।

अमित शाह ने बताया आचार्य जी के योगदान को

केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आचार्य जी का जीवन हमें प्रेरणा देता है। उनका सम्पूर्ण जीवनधारा धार्मिकता, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर आधारित थी। आज उनके योगदान को याद करते हुए, हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।”

अमित शाह ने कहा, “मैं खुद आचार्य जी के अनुयायी होने का गर्व महसूस करता हूं। उनके उपदेशों से हमें सिखने को मिलता है कि हम अपने समाज को बेहतर बना सकते हैं।”

समारोह में उपस्थित अन्य प्रमुख नेता

समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, जैन आचार्य, मुनि और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। सभी ने एकजुट होकर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के योगदान को याद किया और उनके मार्गदर्शन का अनुसरण करने का संकल्प लिया।

समाप्ति और आशीर्वाद

समारोह का समापन एक आशीर्वाद समारोह के साथ हुआ, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अन्य नेताओं ने आचार्य श्री विद्यासागर जी के पवित्र योगदान को सराहा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

केंद्रीय गृह मंत्री ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा, “आज का यह आयोजन हमें एकजुटता, भाईचारे और सामाजिक समरसता का संदेश देता है। आचार्य जी के विचारों को फैलाने के लिए हमें हमेशा उनके मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।”

यह महोत्सव एक ऐतिहासिक क्षण था, जो आचार्य श्री विद्यासागर जी के अद्वितीय योगदान को याद करने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।

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