Chhattisgarh Election 2024: रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कांग्रेस में गुटबाजी उजागर, BJP ने वीडियो साझा कर साधा निशाना
Chhattisgarh Election 2024: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर आगामी 13 नवंबर को उपचुनाव होना है। इस उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी का मामला सामने आया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच तालमेल की कमी साफ नजर आ रही है। आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा के बावजूद दो अन्य नेताओं ने नामांकन पत्र खरीदे हैं, जिससे पार्टी में असंतोष का माहौल बना हुआ है।
वीडियो वायरल, गुटबाजी का सबूत?
सोशल मीडिया पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बघेल और बैज के बीच की नाराजगी को साफ देखा जा सकता है। यह वीडियो तब का है जब रायपुर में कांग्रेस की एक रैली के दौरान बघेल ने बैज को अपने प्रचार वाहन पर आने का इशारा किया, लेकिन बैज ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। इस घटना को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक अवसर के रूप में देखा और कांग्रेस पर निशाना साधा।
बीजेपी ने कैसे उठाया फायदा?
बीजेपी नेता अमित चिमनानी ने इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर साझा किया और कैप्शन में लिखा, “क्या कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है?” उन्होंने यह भी लिखा, “पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राज्य अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया?” सार्वजनिक स्थान पर यह घटना कांग्रेस के भीतर चल रही खींचतान का एक प्रत्यक्ष प्रमाण मानी जा रही है। बीजेपी का कहना है कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का असली मुकाबला बीजेपी से नहीं, बल्कि खुद से हो रहा है।
कांग्रेस के उम्मीदवार की स्थिति
कांग्रेस ने रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के लिए आकाश शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। आकाश शर्मा अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। हालांकि, भूपेश बघेल और दीपक बैज के बीच की दूरी ने कांग्रेस की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आकाश शर्मा का प्रचार अभियान पार्टी के भीतर के विवादों के चलते प्रभावित हो सकता है, जो कि उनकी जीत के लिए एक चुनौती बन सकता है।
कांग्रेस की एकता पर सवाल
कांग्रेस में गुटबाजी का यह प्रकरण बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा बनाने का अवसर प्रदान कर रहा है। कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच की नाराजगी और सार्वजनिक स्थान पर हुई इस घटना ने कांग्रेस की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी इसे जनता के सामने कांग्रेस की कमजोरी के रूप में प्रस्तुत कर रही है। सोशल मीडिया पर वीडियो का वायरल होना कांग्रेस के लिए एक चिंता का विषय है, क्योंकि इससे पार्टी की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कांग्रेस की गुटबाजी और वरिष्ठ नेताओं के बीच असंतोष पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। इस गुटबाजी का फायदा बीजेपी को मिल रहा है, जो इस मुद्दे को जनता के बीच उठाकर कांग्रेस की कमजोरी को उजागर कर रही है। कांग्रेस के लिए यह जरूरी है कि वह अपने आंतरिक मतभेदों को दूर करे और एकजुट होकर चुनाव लड़े, ताकि वह बीजेपी के सामने मजबूत स्थिति में आ सके।