Madhya Pradesh में मौसम में बदलाव, फरवरी के पहले सप्ताह में बादल और हल्की बौछार की संभावना
Madhya Pradesh में मौसम लगातार बदल रहा है। जहां एक ओर दिन के तापमान में भारी वृद्धि देखी जा रही है, वहीं रात के समय हल्की सर्दी महसूस हो रही है। राज्य के कई जिलों में दिन का तापमान 32 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है। मंडला, मलाजखंड, खंडवा और खरगोन में तापमान 32 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 3 फरवरी को राज्य के उत्तर भाग यानी ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बादल छा सकते हैं और हल्की बौछारें भी हो सकती हैं।
फरवरी महीने में मौसम का क्या हाल होगा?
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ 1 फरवरी से सक्रिय हो गया है, जिसका प्रभाव पश्चिम और उत्तर भारत में देखने को मिलेगा। इस विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के उत्तर भाग में बादल छाने और हल्की बौछारों की संभावना है। हालांकि, यह सिस्टम ज्यादा मजबूत नहीं है, इसलिए कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है। पहले सप्ताह में राज्य के कुछ हिस्सों में बादल रह सकते हैं और हल्की बारिश हो सकती है।
फरवरी महीने के बीच में 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश की संभावना जताई जा रही है। 20 फरवरी के बाद सर्दी का असर और कम होगा और इसके बाद दिन और रात दोनों का तापमान बढ़ने की संभावना है।
दिन में तापमान में वृद्धि
1 फरवरी, शनिवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिन का तापमान 32 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया। मंडला में 32.4 डिग्री, मलाजखंड में 32.9 डिग्री, खंडवा में 32.5 डिग्री और खरगोन में 32 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। वहीं, प्रदेश के अन्य जिलों जैसे कि बैतूल, रतलाम, दमोह, जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, सीधी, सीहोर, उमरिया में तापमान 30 से 31 डिग्री के बीच रहा।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि रविवार को तापमान में और वृद्धि हो सकती है। वहीं, सागर में शुक्रवार-शनिवार की रात तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और सीहोर में 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
ग्वालियर रहेगा फरवरी में सबसे ठंडा
मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी महीने में ग्वालियर सबसे ठंडा रहेगा। पिछले साल ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था, जबकि उससे पहले के वर्षों में यह तापमान 5 डिग्री से भी नीचे दर्ज हुआ था। वहीं, जबलपुर में दिन में गर्मी और रात में सर्दी का मिश्रित प्रभाव रहेगा। पिछले 10 सालों के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी महीने में रातों का तापमान काफी ठंडा रहता है और दिन में गर्मी महसूस होती है। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।
भोपाल, इंदौर और उज्जैन में 30 डिग्री से ऊपर तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक, भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर रहेगा, जबकि रात का तापमान 10 से 14 डिग्री के बीच रह सकता है। दिन के समय गर्मी के कारण लोग अधिक गर्मी महसूस करेंगे, लेकिन रात के समय ठंडक का अहसास रहेगा।
अगले कुछ दिनों में मौसम के बदलाव का असर
मौसम में इस बदलाव के कारण प्रदेश के नागरिकों को राहत की उम्मीद नहीं है, क्योंकि दिन के समय गर्मी और रात के समय सर्दी का असर बना रहेगा। प्रदेश के लोगों को मौसम में बदलाव का सामना करना होगा और साथ ही आगामी बारिश से तापमान में और बदलाव देखने को मिल सकता है। विशेष रूप से, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 3 फरवरी के बाद ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में बादल और हल्की बौछारों का असर हो सकता है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है।
स्वास्थ्य पर असर
मौसम के बदलाव का स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। अधिक गर्मी और सर्दी के मिश्रण से लोगों को सर्दी-खांसी, बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इस मौसम में स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतना जरूरी होगा, खासकर बाहर काम करने वाले लोगों को गर्मी से बचाव के लिए सावधान रहना होगा।
कृषि और फसल पर प्रभाव
मौसम में बदलाव का असर कृषि पर भी पड़ सकता है। फरवरी महीने में हल्की बारिश से फसलों को फायदा हो सकता है, लेकिन गर्मी और ठंडी का मिश्रण फसलों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। खासकर, गेंहू और अन्य रबी फसलों को इस समय हल्की बारिश से लाभ हो सकता है, लेकिन अधिक गर्मी या ठंडी से फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
मध्यप्रदेश में फरवरी महीने की शुरुआत में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर दिन के तापमान में वृद्धि हो रही है, वहीं रात में हल्की सर्दी महसूस हो रही है। आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ का असर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में दिखाई देगा और वहां हल्की बौछारों की संभावना है। इसके साथ ही, प्रदेश के कई हिस्सों में दिन के समय गर्मी और रात के समय ठंडक का मिश्रण बना रहेगा।