CG Nikay Chunav: बाल मुंडवाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता ने बनाई ऐतिहासिक जीत की कहानी, भाजपा मंडल अध्यक्ष को 460 वोटों से हराया
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CG Nikay Chunav: बिलासपुर के तखतपुर नगर पालिका चुनाव में एक दिलचस्प कहानी सामने आई है। जिस कांग्रेस कार्यकर्ता ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद शर्त के चलते अपना सिर मुंडवा लिया था, उसे कांग्रेस ने तखतपुर नगर पालिका के वार्ड 4 से पार्षद का टिकट दिया। खास बात यह रही कि यह टिकट भाजपा मंडल अध्यक्ष के सामने दिया गया और फिर इस कार्यकर्ता ने उसी भाजपा नेता को भारी मतों से हराकर रिकॉर्ड जीत दर्ज कर ली।
वार्ड 4 का चुनाव बना हाई प्रोफाइल मुकाबला
तखतपुर नगर पालिका के वार्ड 4 का चुनाव इस बार बेहद चर्चित रहा। इस वार्ड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने मंडल अध्यक्ष नैन लाल साहू को उम्मीदवार बनाया, जबकि कांग्रेस ने शैलेंद्र निर्मलकर को टिकट दिया। शैलेंद्र वही कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं से शर्त लगाई थी कि अगर कांग्रेस जीत गई, तो वे अपना सिर मुंडवा लेंगे।
शर्त हारने के बाद सिर मुंडवाया, फिर भी कांग्रेस ने दी नई पहचान
लोकसभा चुनाव में देवेंद्र यादव की करारी हार के बाद, सोशल मीडिया पर लगातार यह मांग उठने लगी कि शैलेंद्र अपनी शर्त पूरी करें। इसके चलते उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना सिर मुंडवा लिया। इस घटना के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवेंद्र यादव भी उनसे मिलने पहुंचे और उनका हौसला बढ़ाया।
इसके बाद नगर पालिका पार्षद टेकराम करड़ा ने वादा किया कि यदि वार्ड 4 को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया जाता है, तो कांग्रेस शैलेंद्र निर्मलकर को टिकट देगी और उनके खोए हुए सम्मान को वापिस दिलाएगी। इस चुनाव में शैलेंद्र को टिकट मिलने का मुख्य कारण भी यही था कि कांग्रेस उनके अपमान को जीत में बदलना चाहती थी।
जनता की सहानुभूति बनी जीत का सबसे बड़ा कारण
शैलेंद्र निर्मलकर की इस संघर्षपूर्ण यात्रा ने जनता की सहानुभूति को उनकी ओर मोड़ दिया। लोगों को लगा कि उन्होंने अपनी शर्त निभाकर ईमानदारी का परिचय दिया है, इसलिए जनता ने इस चुनाव में उन्हें पूरा समर्थन दिया। परिणामस्वरूप, 1093 कुल मतों में से शैलेंद्र निर्मलकर ने 762 वोट प्राप्त किए, जबकि भाजपा प्रत्याशी नैन लाल साहू को मात्र 303 वोट मिले। इस तरह शैलेंद्र ने 460 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समर्पित की जीत
शैलेंद्र निर्मलकर ने अपनी इस शानदार जीत का पूरा श्रेय कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ उनकी नहीं बल्कि उन सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की है जिन्होंने उनके साथ खड़े रहकर उनका समर्थन किया।
भाजपा उम्मीदवार ने स्वीकार की हार
भाजपा उम्मीदवार और मंडल अध्यक्ष नैन लाल साहू ने इस हार को जनता का निर्णय मानते हुए स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है और उन्होंने अपना फैसला सुना दिया है। हालांकि, भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि जनता की सहानुभूति कांग्रेस प्रत्याशी के साथ अधिक थी, जिससे इस चुनाव में भाजपा की हार हुई।
तखतपुर में कांग्रेस की मजबूती को मिला बढ़ावा
इस चुनावी जीत के बाद तखतपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर है। कांग्रेस इसे अपनी नीतियों और कार्यकर्ताओं की मेहनत की जीत बता रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक वार्ड की जीत नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि जनता कांग्रेस पर फिर से भरोसा जता रही है।
भविष्य में राजनीति में नई भूमिका की संभावना
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि शैलेंद्र निर्मलकर की यह जीत उन्हें राजनीति में और आगे बढ़ने का अवसर दे सकती है। जिस तरह से उन्होंने एक आम कार्यकर्ता से पार्षद पद तक का सफर तय किया, उससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में वे और बड़ी राजनीतिक भूमिकाओं में नजर आ सकते हैं।
तखतपुर नगर पालिका के वार्ड 4 का यह चुनाव केवल पार्षद पद के लिए नहीं था, बल्कि यह एक कार्यकर्ता के संघर्ष, ईमानदारी और जनता की सहानुभूति की कहानी भी थी। सिर मुंडवाने से लेकर भारी मतों से जीतने तक की यह यात्रा दर्शाती है कि राजनीति में मेहनत और सच्चाई का हमेशा सम्मान होता है। कांग्रेस के लिए यह जीत एक बड़ी उपलब्धि है, जबकि भाजपा को इस हार से सबक लेकर आगे की रणनीति तैयार करनी होगी।