शादी की सालगिरह पर बरसी गोलियां, कश्मीर की वादियों में मौत से हुआ सामना

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक और परिवार की खुशियों को निगल गया। रायपुर के स्टील व्यवसायी दिनेश मिरनिया की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सबसे दिल दहला देने वाली बात यह रही कि यह हमला उस वक्त हुआ जब दिनेश अपने परिवार के साथ शादी की सालगिरह मनाने बाइसारन घाटी पहुंचे थे। दिनेश की पत्नी नेहा मिरनिया और उनके दोनों बच्चे शौर्य और लक्षिता उनके साथ थे। हमले के वक्त दिनेश अपने बच्चों के साथ घाटी की खूबसूरत वादियों में तस्वीरें खींच रहे थे। तभी जंगल से निकले हथियारबंद आतंकी उनके पास पहुंचे और कुछ समझने से पहले ही फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने के बाद दिनेश को सेना के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पत्नी नेहा और बच्चों की जान भागते हुए बची
नेहा मिरनिया के मुताबिक आतंकी वर्दी में थे और उन्होंने लोगों के नाम पूछने शुरू कर दिए थे। नाम सुनने के बाद उन्होंने कुछ पुरुषों को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं। नेहा के चेहरे पर बारूद की चिंगारियों से गहरा घाव हुआ है जबकि बच्चे भी घायल हुए हैं। नेहा ने बताया कि जैसे ही गोलियां चलनी शुरू हुईं घाटी में चीख-पुकार मच गई और भगदड़ मच गई। उसी दौरान कुछ स्थानीय दुकानदारों ने महिलाओं और बच्चों को छुपाया और बचाने की कोशिश की। इसी बीच नेहा अपने बच्चों को लेकर वहां से भाग निकलीं। दिनेश के भाई मनीष सिंघानिया ने बताया कि परिवार जम्मू में एक रिश्तेदार के घर पर चल रही भागवत कथा में शामिल होने गया था। रविवार को वे जम्मू पहुंचे और सोमवार को पूजा में भाग लिया। मंगलवार को उन्होंने सोचा कि शादी की सालगिरह के मौके पर बाइसारन घाटी में घूमने चलें और यही यात्रा उनकी जिंदगी का सबसे दुखद पल बन गई।
रायपुर में पसरा मातम और प्रशासन की कोशिशें
दिनेश मिरनिया की मौत की खबर मिलते ही रायपुर के व्यापारिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह ने जानकारी दी कि पोस्टमार्टम की सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं और परिवार के साथ प्रशासन के लोग जम्मू से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। बुधवार शाम सात बजे इंडिगो फ्लाइट से शव और पीड़ित परिवार रायपुर पहुंचेंगे। रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र में रहने वाले मिरनिया परिवार के घर पर रिश्तेदारों और परिचितों की भीड़ उमड़ पड़ी है। हर कोई इस दर्दनाक खबर से स्तब्ध है। कोई यह मानने को तैयार नहीं है कि एक आम छुट्टियां मनाने गया परिवार इतनी बड़ी त्रासदी में बदल जाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने की मुलाकात और दिलाया भरोसा
हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत कश्मीर का दौरा किया और बुधवार को आर्मी कैंप में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान वे दिनेश मिरनिया की पत्नी और बच्चों से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार इस पूरे मामले की सख्त जांच करेगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवारों की सुरक्षा और इलाज की पूरी व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। फिलहाल नेहा और बच्चे मानसिक रूप से काफी टूट चुके हैं और बच्चे इतने सदमे में हैं कि किसी से बात करने की स्थिति में भी नहीं हैं। एक तरफ पूरे रायपुर में शोक है तो दूसरी तरफ हर किसी के मन में सवाल है कि आखिर कब तक आम नागरिक आतंक का शिकार बनते रहेंगे।