Amit Shah ने बस्तर को पर्यटन का नया हब बनाने का किया दावा, माओवाद का खात्मा जरूरी
बस्तर, जो पहले माओवादी हिंसा के लिए प्रसिद्ध था, अब एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि अगर बस्तर में माओवादी हथियार डालते हैं, तो यह कश्मीर से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा। उन्होंने इस बदलाव को देखने के बाद बस्तर को पर्यटन के लिहाज से एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में पहचानने का आश्वासन दिया।
बस्तर ओलंपिक्स 2024 का समापन समारोह
अमित शाह रविवार को बस्तर ओलंपिक्स 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मां दंतेश्वरी ने बस्तर को अपार प्राकृतिक सुंदरता दी है। यदि माओवाद यहां से समाप्त हो जाता है, तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इससे यहां अधिक पर्यटक आएंगे, जितने कश्मीर में आते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर का परिवर्तन, जो पहले माओवादी प्रभावित क्षेत्र था, अब शांति और विकास का प्रतीक बन गया है। यह एक सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम बस्तर में शांति स्थापित करें, इसके विकास को बढ़ावा दें और इसके प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करते हुए दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करें।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय सरकार की योजना
अमित शाह ने यह भी कहा कि केंद्रीय सरकार बस्तर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बना रही है। इन योजनाओं के जरिए क्षेत्र में विकास के साथ-साथ पर्यटकों के आने का रास्ता खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि शांति, सुरक्षा, सड़क निर्माण, रेलवे का विकास, और सबसे महत्वपूर्ण बिजली और पानी की सुविधाएं बस्तर के विकास के लिए अहम कदम हैं।
माओवादियों के खिलाफ दोहरी रणनीति
शाह ने बताया कि मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में माओवादियों के खिलाफ एक दोहरी रणनीति अपनाई गई है। एक ओर जहां माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है, वहीं दूसरी ओर आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के पुनर्वास पर भी ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने माओवादी प्रभावित क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए थे।
माओवादियों के खिलाफ कड़े कदम
अमित शाह ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के समय माओवादी विरोधी कार्रवाई में धीमी गति थी, लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आई है। पिछले एक साल में 287 माओवादी मारे गए, 992 माओवादी गिरफ्तार हुए और 836 अन्य ने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के शासन में माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की मौतों में 73 प्रतिशत और नागरिकों की मौतों में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
मनोबल और विकास के प्रयास
अमित शाह ने यह भी कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि 31 मार्च 2026 तक माओवादियों का पूरी तरह से सफाया कर दिया जाएगा। इस दौरान, राज्य सरकार भी क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए एक रोडमैप पर काम कर रही है। बस्तर क्षेत्र में चितरकोट जलप्रपात, गुफाएं और राष्ट्रीय उद्यान जैसे पर्यटन स्थल हैं, जो इस क्षेत्र को एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बना सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी दी और बताया कि यदि बस्तर में माओवादी हिंसा समाप्त होती है, तो यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इसके साथ ही उन्होंने माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा उपायों और पुनर्वास की योजनाओं को साझा करते हुए बस्तर के लिए एक उज्जवल भविष्य की संभावना को व्यक्त किया।