Akkineni Nageswara Rao: भारतीय फिल्म उद्योग के महानायक अक्किनेनी नागेश्वर राव का शताब्दी समारोह

Akkineni Nageswara Rao, जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग का एक महानायक माना जाता है, यदि आज हमारे बीच होते तो वे अपने 100वें जन्मदिन का जश्न मना रहे होते। 20 सितंबर 1924 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के रामपुरम में जन्मे नागेश्वर राव ने अपने जीवन के 91 वर्षों में 270 से अधिक फिल्मों में काम किया। उनकी कला और अभिनय ने उन्हें केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक किंवदंती बना दिया।
जन्मशती का उत्सव
इस विशेष अवसर पर, भारतीय फिल्म उद्योग के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि नागेश्वर राव की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनकी कुछ फिल्मों का प्रदर्शन पूरे देश में किया जाएगा। बच्चन ने लिखा, “मैं खुश हूं कि फिल्म विरासत फाउंडेशन, भारतीय फिल्म उद्योग के महानायक अक्किनेनी नागेश्वर राव की 100वीं जयंती मना रहा है और उनकी कुछ फिल्मों का प्रदर्शन पूरे भारत में किया जाएगा। मेरी शुभकामनाएं।”
सात दशकों का करियर
अक्किनेनी नागेश्वर राव का करियर सात दशकों तक फैला रहा और उन्होंने तेलुगू, तमिल और हिंदी सिनेमा में अपनी बहुआयामी अभिनय क्षमता के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत थिएटर से की थी और 10 साल की उम्र से मंच पर महिला पात्रों की भूमिका निभाने लगे, क्योंकि उस समय महिलाओं का अभिनय करना वर्जित था। इस चुनौतीपूर्ण वातावरण में उन्होंने न केवल अभिनय कौशल को विकसित किया, बल्कि दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान भी बनाया।
नागेश्वर राव का योगदान
अक्किनेनी नागेश्वर राव ने अपने समय में कई सामाजिक मुद्दों को भी फिल्मों के माध्यम से उजागर किया। उनकी फिल्में केवल मनोरंजन का साधन नहीं थीं, बल्कि उन्होंने दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर किया। उन्होंने विभिन्न शैलियों में काम किया, जिसमें रोमांस, ड्रामा और सामाजिक विषय शामिल थे। उनकी फिल्मों ने न केवल तेलुगू सिनेमा को आगे बढ़ाया, बल्कि भारतीय सिनेमा में भी अपनी छाप छोड़ी।
फिल्म विरासत फाउंडेशन का योगदान
फिल्म विरासत फाउंडेशन, जो भारतीय फिल्म उद्योग के संरक्षण और प्रचार के लिए कार्यरत है, ने इस शताब्दी समारोह का आयोजन किया है। यह फाउंडेशन अक्किनेनी नागेश्वर राव की फिल्मों को फिर से प्रस्तुत करके नई पीढ़ी को उनके काम से परिचित कराने का प्रयास कर रहा है। इसके माध्यम से युवा दर्शकों को उन फिल्मों की गुणवत्ता और उत्कृष्टता का अनुभव होगा, जो भारतीय सिनेमा की समृद्धि का प्रतीक हैं।