70 प्रतिशत अमेरिकी हिंदुओं ने ट्रंप को दिया वोट, अब देखेंगे भारत के लिए उनके काम
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में 70 प्रतिशत अमेरिकी हिंदुओं ने डोनाल्ड ट्रंप को वोट दिया है। अब हिंदू समुदाय के लोग यह देखना चाहते हैं कि ट्रंप भारत के लिए क्या काम करते हैं। इसी के आधार पर वे उनके प्रति अपनी राय बना पाएंगे। फिलहाल, हिंदुओं को उम्मीद है कि ट्रंप उनके और भारत के लिए अच्छे काम करेंगे। भारतीय-अमेरिकी नेता डॉ. भारत बराई का कहना है कि समुदाय के लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप को इसलिए वोट दिया क्योंकि उन्होंने बांग्लादेशी हिंदुओं के पक्ष में कड़ा रुख अपनाया था।
बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन ने जीता विश्वास
डॉ. बराई ने बताया कि अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाई थी। अब लोग उनके राष्ट्रपति पद संभालने के बाद किए गए कार्यों के आधार पर उन्हें परखेंगे। बराई का मानना है कि 5 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में लगभग 70 प्रतिशत अमेरिकी हिंदुओं ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिया। हालांकि, उन्होंने इस दावे के लिए किसी सर्वे का हवाला नहीं दिया।
डेमोक्रेटिक पार्टी से नाराजगी
बराई ने कहा कि समुदाय के लोग डेमोक्रेटिक पार्टी से इसलिए नाराज थे क्योंकि वह मानवाधिकारों को भारत जैसे देशों के खिलाफ “राजनीतिक हथियार” के रूप में इस्तेमाल कर रही थी। उनका कहना है कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अगस्त में शेख हसीना की सत्ता से बेदखली के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुई हिंसा पर जोरदार प्रतिक्रिया नहीं दी।
हिंदू समुदाय के समर्थन का कारण
डॉ. बराई ने दावा किया कि हिंदू अमेरिकियों ने ट्रंप को इसलिए चुना क्योंकि वह उम्मीद करते हैं कि वह भारत और हिंदू समुदाय के मुद्दों को लेकर मजबूत और निर्णायक कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि हिंदू अमेरिकियों की आबादी कम है, लेकिन वे एक महत्वपूर्ण वोटिंग समूह हैं। डॉ. बराई ने कहा, “मेरा मानना है कि इस बार 70 प्रतिशत हिंदू अमेरिकियों ने ट्रंप को वोट दिया।”
दिवाली कार्यक्रम में दी गई प्रतिक्रिया
डॉ. बराई ने यह बातें अमेरिका के संसद भवन परिसर में आयोजित एक दिवाली समारोह के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि समुदाय के लोग ट्रंप के बांग्लादेशी हिंदुओं के पक्ष में दिए गए बयानों से प्रभावित हुए। इसके अलावा, भारतीय-अमेरिकी समुदाय को रिपब्लिकन पार्टी की भारत के प्रति नीतियों पर भरोसा है।
भारत के लिए ट्रंप की जिम्मेदारी पर नजरें
हिंदू समुदाय के लोग अब यह देखना चाहते हैं कि ट्रंप भारत के लिए क्या कदम उठाते हैं। ट्रंप ने अपने प्रचार के दौरान भारत को एक मजबूत सहयोगी के रूप में पेश किया और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात कही। अब यह देखना होगा कि ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों को किस दिशा में ले जाते हैं।
हिंदू अमेरिकियों का बढ़ता प्रभाव
बराई ने कहा कि भले ही हिंदू अमेरिकियों की संख्या कम हो, लेकिन उनका प्रभाव काफी ज्यादा है। वे शिक्षित, समृद्ध और राजनीतिक रूप से सक्रिय समुदाय हैं। यही वजह है कि राजनीतिक दल उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते।
ट्रंप प्रशासन से अपेक्षाएं
हिंदू समुदाय उम्मीद कर रहा है कि ट्रंप प्रशासन भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, रक्षा और तकनीकी सहयोग को और मजबूत करेगा। इसके अलावा, वे आतंकवाद के खिलाफ मजबूत कार्रवाई और भारत के प्रति सकारात्मक रुख की अपेक्षा कर रहे हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी को सबक
डॉ. बराई ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी को हिंदू समुदाय की नाराजगी से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पार्टी अक्सर मानवाधिकार के मुद्दों पर भारत की आलोचना करती रही है, जिससे समुदाय के लोग नाखुश थे।
अमेरिकी राजनीति में हिंदू समुदाय की भूमिका
अमेरिकी राजनीति में हिंदू समुदाय का महत्व लगातार बढ़ रहा है। उनकी आर्थिक स्थिति और शिक्षा के स्तर ने उन्हें प्रभावशाली समूह बना दिया है। यही कारण है कि दोनों प्रमुख पार्टियां उनके समर्थन को अहमियत देती हैं।
अमेरिकी चुनावों में हिंदू अमेरिकियों का झुकाव इस बार ट्रंप की ओर रहा। इसका मुख्य कारण उनका बांग्लादेशी हिंदुओं के पक्ष में दिया गया बयान और डेमोक्रेटिक पार्टी की आलोचनात्मक नीतियां थीं। अब हिंदू समुदाय ट्रंप प्रशासन के कार्यों पर नजर रखेगा और देखेगा कि वह भारत और हिंदू समुदाय के लिए कितनी प्रतिबद्धता दिखाते हैं।