नक्सलियों से मुठभेड़ में 7 शव बरामद, छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों के साथ चल रही मुठभेड़

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ में अब तक सात नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ बुधवार (12 दिसंबर) सुबह 3 बजे शुरू हुई थी और अभी भी जारी है। दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच लगातार गोलीबारी हो रही है।
सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया था, जिसमें एसटीएफ, सीआरपीएफ और नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव जिले की DRG टीम ने दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में प्रवेश किया। इस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ ये ऑपरेशन कई दिनों से जारी है और इस दौरान कई बड़ी सफलता मिल चुकी है।
सुरक्षा बलों ने मारे गए नक्सलियों के शव बरामद किए
अबूझमाड़ क्षेत्र में चल रहे इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को अब तक सात नक्सलियों के शव मिले हैं, जिनके पास से नक्सलियों की वर्दी और हथियार बरामद किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि मुठभेड़ अभी भी जारी है, और ऐसा अनुमान है कि और भी नक्सलियों के शव मिल सकते हैं। सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन को जारी रखते हुए नक्सलियों के खिलाफ और भी कार्रवाई की योजना बनाई है।
बीजापुर में भी एक नक्सली ढेर, विस्फोट में दो जवान घायल
बीजापुर जिले में भी बुधवार (11 दिसंबर) को सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया। इस मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के पास से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। वहीं, नक्सलियों ने एक लैंडमाइन विस्फोट भी किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
बीजापुर जिले के मंगा गांव के जंगलों में यह मुठभेड़ हुई, जब सुरक्षा बलों को नक्सली नेताओं जैसे दिनेश मोदियम, आकाश हेन्ला, कंपनी नंबर दो कमांडर वेला, मिलिशिया प्लाटून कमांडर कमलू और लगभग 40 अन्य नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। जब सुरक्षा बल मंगा गांव के जंगलों में पहुंचे, तो नक्सलियों ने उन पर हमला किया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें एक नक्सली मारा गया।
सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई
इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सली के पास से एक 9 मिमी पिस्टल, लैंडमाइन, लैंडमाइन विस्फोट में इस्तेमाल होने वाले छह रिमोट और अन्य सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा, नक्सलियों ने मंगा गांव के पास एक लैंडमाइन विस्फोट किया, जिसमें दो डीआरजी जवान घायल हो गए।
घायल जवानों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, इसके बावजूद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की गोलीबारी का जवाब दिया और ऑपरेशन को जारी रखा।
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी
सुरक्षा बलों द्वारा की गई इस कार्रवाई को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। इस ऑपरेशन में अब तक 8 नक्सलियों को मारा गया है, जिनमें से सात शव अबूझमाड़ से बरामद किए गए हैं और एक नक्सली बीजापुर से मारा गया।
सुरक्षा बलों का कहना है कि ऑपरेशन के तहत नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, ताकि इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके और स्थानीय लोगों को सुरक्षित किया जा सके।
नक्सली समस्या पर सरकार की चिंता
छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई नक्सलियों द्वारा किए गए हमलों और उनके द्वारा फैलाए जा रहे आतंक को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं, ताकि इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल की जा सके।
नक्सलियों द्वारा की जाने वाली इस तरह की घटनाएं छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। सरकार और सुरक्षा बलों की यह कोशिश है कि जल्द से जल्द नक्सलियों को खत्म किया जा सके और इलाके में शांति स्थापित की जा सके।
नक्सलवादियों का खात्मा, सुरक्षाबलों की संघर्ष की जरूरत
सुरक्षा बलों ने पिछले कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ कई सफल ऑपरेशन किए हैं, लेकिन नक्सलवादियों की मौजूदगी अभी भी छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बनी हुई है। इससे निपटने के लिए सुरक्षा बलों का लगातार संघर्ष जारी है।
अबूझमाड़ में चल रहा ऑपरेशन यह दिखाता है कि सुरक्षा बल नक्सलियों को पूरी ताकत से समाप्त करने के लिए तैयार हैं। हालाँकि, नक्सलवाद के खिलाफ इस संघर्ष में कठिनाइयाँ हैं, फिर भी सुरक्षा बलों का संकल्प मजबूत है और वे क्षेत्र में शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
सुरक्षा बलों के ऑपरेशन में सहयोग की आवश्यकता
इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों से भी सहयोग की आवश्यकता है। नक्सलवाद के खिलाफ जनता की मदद और सहयोग जरूरी है, ताकि इस खतरे को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। जब तक नक्सलवादियों को स्थानीय जनता का समर्थन प्राप्त होगा, तब तक उनकी गतिविधियों को खत्म करना मुश्किल होगा।
सुरक्षा बलों और सरकारी अधिकारियों को उम्मीद है कि इस अभियान में स्थानीय लोग अपनी भूमिका निभाएंगे और नक्सलियों के खिलाफ जानकारी और सहयोग देंगे। इससे नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे संघर्ष में सफलता मिल सकेगी।
अबूझमाड़ और बीजापुर में सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम है। इस ऑपरेशन ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को और तेज किया है और भविष्य में भी इस तरह की सफलताओं की उम्मीद की जा रही है।