सांसद चंद्रशेखर का बयान- बीजेपी कर रही है आजम खान को परेशान, झूठे आरोपों का सिलसिला बंद हो
नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने गुरुवार को सपा नेता आजम खान से सीतापुर जिला जेल में मुलाकात की। यह बातचीत लगभग एक घंटे से अधिक समय तक चली। मुलाकात के बाद चंद्रशेखर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा आजम खान को परेशान कर रही है, लेकिन जल्द ही उनके ऊपर से संकट के बादल छट जाएंगे।
आजम खान को निशाना बनाना भाजपा की गलत परंपरा
चंद्रशेखर ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं को जेल में डालना एक गलत परंपरा की शुरुआत है। राजनीति में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत दुश्मनी में बदलना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि आजम खान पर बकरी चोरी जैसे जो आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं। आजम खान एक ऐसे नेता हैं जो अपनी विचारधारा पर दृढ़ हैं और जनता के हित के लिए हमेशा काम करते हैं।
आजम खान के स्वास्थ्य को लेकर चिंता
सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि आजम खान को ऐसी जगह रखा गया है जहां कभी ब्रिटिश राज के दौरान लोगों को फांसी दी जाती थी। यह एक अत्यंत अमानवीय कदम है। आजम खान का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उन्हें इस तरह से परेशान करना न्यायसंगत नहीं है।
मुलाकात को बताया व्यक्तिगत
चंद्रशेखर ने आजम खान के साथ हुई मुलाकात को व्यक्तिगत करार दिया। उन्होंने कहा कि आजम खान उन लोगों में से हैं जो दुख और सुख में साथ खड़े रहते हैं। जब चंद्रशेखर पर हमला हुआ था, तब आजम खान अपने परिवार के साथ उन्हें देखने गए थे। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं थी।
दो बार असफल प्रयास के बाद हुई मुलाकात
चंद्रशेखर ने बताया कि वे लंबे समय से आजम खान से मिलना चाहते थे। इससे पहले उन्होंने दो बार कोशिश की थी, लेकिन आजम खान की तबीयत खराब होने के कारण यह संभव नहीं हो सका। इस बार यह प्रयास सफल रहा।
मिशन 2027 के संकेत?
चंद्रशेखर और आजम खान की इस मुलाकात से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। राजनीतिक विशेषज्ञ इस मुलाकात को मिशन 2027 की तैयारी के रूप में देख रहे हैं। हालांकि, चंद्रशेखर ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मुलाकात का कोई राजनीतिक उद्देश्य होता तो वे उपचुनावों से पहले ही आजम खान से मिलते।
आजम खान के बेटे से भी कर चुके हैं मुलाकात
यह पहली बार नहीं है जब चंद्रशेखर ने आजम खान के परिवार से मुलाकात की है। इससे पहले वे आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से भी मिले थे, जो हरदोई जिला जेल में बंद हैं। चंद्रशेखर ने उस मुलाकात को पारिवारिक मुलाकात बताया था, लेकिन यह जरूर कहा था कि आजम खान के परिवार के साथ जो हो रहा है, वह गलत है। उन्होंने कहा था कि वे आजम खान के परिवार के साथ इस लड़ाई में सड़कों से लेकर संसद तक खड़े रहेंगे।
आजम खान का मामला और भाजपा पर आरोप
चंद्रशेखर ने आजम खान के खिलाफ लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए इस तरह की रणनीतियां अपना रही है। उन्होंने आजम खान की विचारधारा को “बदलाव लाकर रहेंगे” बताते हुए कहा कि उन्हें जनता से अलग करना, जनता के अधिकारों का हनन है।
आजम खान के प्रति सहानुभूति और समर्थन
चंद्रशेखर ने कहा कि आजम खान की लड़ाई सिर्फ उनकी व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह अन्याय के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने भरोसा जताया कि वे आजम खान और उनके परिवार के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
राजनीतिक रणनीतियों की चर्चा
इस मुलाकात के बाद से राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि यह भविष्य के लिए कोई बड़ी रणनीति का हिस्सा हो सकती है। हालांकि, चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया है कि यह मुलाकात केवल व्यक्तिगत स्तर पर थी और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
सांसद चंद्रशेखर की आजम खान से हुई मुलाकात ने सियासी हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, चंद्रशेखर ने इसे व्यक्तिगत मुलाकात बताया है, लेकिन इसके राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। अब देखना यह है कि इस मुलाकात के बाद आजम खान के मामले में क्या नया मोड़ आता है और यह मुलाकात राजनीति पर क्या प्रभाव डालती है।