जिला प्रशासन से मिलने 26 को अब ट्रैक्टरों से आएंगे जिलेभर के किसान
जिला प्रशासन से मिलने 26 को अब ट्रैक्टरों से आएंगे जिलेभर के किसान
मीडिया ऑडीटर, रीवा । शहर के कालेज चौराहा स्थित स्वामी विवेकानंद पार्क में पहुंचे किसानों को अस्त्र पूजा की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद किसानों ने पार्क के अंदर जाने के का प्रयास किया तो प्रशासन ने किसानों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। इसके बाद किसानों ने प्रशासन को वहीं पर जमानत में छोड़ा दिया। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि प्रदेश में सरकार के मंत्री व आमजन के लिए अलग कानून नहीं चलेगा। पूर्व कार्यक्रम अनुसार विवेकानंद पार्क में भारी पुलिस बल एवं अधिकारियों की मौजूदगी में मोर्चे के नेता किसान अस्त्र पूजा कृषि यंत्रों हल, फावड़ा, कुल्हाड़ी, कुदाल, सब्बर, हंसिया, हथौड़ा के साथ पहुंचे तभी जिला प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार नगर यतीश शुक्ला ने कहा कि आपकी सभी अनुमति निरस्त हैं विवेकानंद पार्क प्रवेश की नगर निगम से कोई अनुमति नहीं है यहां तक की किसान नेताओं ने कहा कि विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पअर्पित करना है इस पर भी विरोध जारी रहा तभी मोर्चे के नेताओं को पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी बाद रिहा किया दौरान गिरफ्तारी मोर्चे के नेता भैयालाल त्रिपाठी, रामजीत सिंह, उमेश कुमार पटेल, विश्वनाथ चोटीवाला, इंद्रजीत सिंह, शंखू सुग्रीव सिंह, अशोक कुमार चतुर्वेदी, संजय निगम, तेजभान सिंह आदि उपस्थित रहे। मोर्चे के नेताओं ने विवेकानंद पार्क में मीटिंग कर यह कहा कि कृषि यंत्रों एवं अस्त्रों के साथ आभार यात्रा निकालकर अशांति फैलाना हमारा मकसद नहीं था, हमारा मकसद था सरकार में बैठे अशांति फैलाने वाले लोगों को एहसास दिलाना।ं वही संयोजक शिव सिंह ने कहा कि मोर्चे के राष्ट्रीय आवाहन मुताबिक 26 जनवरी को जिले भर के किसान ट्रैक्टरों के साथ जिला प्रशासन से मुलाकात करने आएंगे।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चो से किसानों के अस्त्र के साथ आभार यात्रा निकालने की अनुमति मांगी थी। इसे लेकर प्रशासन ने नगर पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर अनुमति देने से इंकार कर दिया है। इसके बाद वह संयुक्त किसान मोर्चा स्वामी विवेकानंद पार्क में अस्त्र पूजा करने के लिए दोपहर 12 बजे पहुंचा। जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें नगर निगम से अनुमति नहीं होने के कारण जाने से रोक दिया। इसे लेकर किसान नेता व प्रशासनिक अधिकारियों में बहस होने लगी।
मोर्चे के संयोजक शिव सिंह ने बताया कि 5 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा शहर में आभार यात्रा निकाली गई साथ में डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। वहीं दौरान आभार यात्रा स्वयं मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्थल में खुली तलवार घुमाकर गैर कानूनी काम किए थे, जिसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने नाराजगी जताते हुए यह कहा था कि बीजेपी के लोग यदि इस तरह से संस्कृत की रक्षा करेंगे। तो किसान मोर्चा भी ऐसी दहशत पर विराम लगाने कृषि यंत्रों एवं अस्त्रों के साथ सीएम की आभार यात्रा निकालेगा जिसके लिए एसडीएम हुजूर से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन एसडीएम हुजूर ने यह लेखकर की नगर पुलिस अधीक्षक रीवा ने अपने प्रतिवेदन में कहा है कि इस तरह की आभार यात्रा निकालने से आमजन के बीच भय का वातावरण निर्मित होगा। ऐसे में अस्त्रों के साथ आभार यात्रा निकालने की अनुमति निरस्त कर दी गई थी।