ज़ेलेंस्की ने ट्रंप से बातचीत का किया ऐलान, संघर्षविराम पर हो सकती है चर्चा

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले तेज़ी से कर रहे हैं। इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत करने की योजना बनाई है। ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बातचीत में युद्धविराम पर समझौते सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
रूस के हमले जारी हैं
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष अब भी जारी है, और दोनों देशों ने एक-दूसरे पर भयंकर हमले किए हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि ट्रंप और पुतिन के बीच बातचीत से कोई ठोस परिणाम नहीं निकलने की संभावना है, क्योंकि पुतिन केवल दिखावा कर रहे हैं, जबकि उनकी सेना यूक्रेन पर लगातार हमले कर रही है।
पुतिन ने ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमति जताई
इससे पहले, क्रेमलिन ने यह कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमति जताई थी, जिसमें रूस और यूक्रेन से अपने-अपने ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने के लिए कहा गया था। क्रेमलिन ने बयान जारी कर कहा था कि दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर फोन पर बातचीत की थी।
Ukraine's Zelenskyy said he plans to speak with U.S. President Trump to hear more about his call with Russia's Putin. https://t.co/VuppsIJjn5
— The Associated Press (@AP) March 19, 2025
पुतिन का बयान
मंगलवार को एक बातचीत में, पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि संघर्ष का समाधान “व्यापक, स्थायी और दीर्घकालिक” होना चाहिए, जिसमें रूस की सुरक्षा हितों और युद्ध के मूल कारणों को ध्यान में रखा जाए। व्हाइट हाउस ने इसे शांति की दिशा में पहला कदम बताया है।
रूस और यूक्रेन की स्थिति गंभीर
इस बीच, ट्रंप ने हाल ही में कहा, “रूस की स्थिति खराब है, यूक्रेन की स्थिति भी अच्छी नहीं है। जो कुछ यूक्रेन में हो रहा है, वह ठीक नहीं है, लेकिन हम देखेंगे कि क्या हम शांति समझौता, युद्धविराम और शांति स्थापित कर सकते हैं। और मुझे लगता है कि हम इसे करने में सक्षम होंगे।”
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत को लेकर आशावादी संकेत मिल रहे हैं, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के संदेह ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। शांति वार्ता और युद्धविराम पर विचार-विमर्श से ही इस संघर्ष का समाधान संभव हो सकता है।