उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी के बयान पर युवती सांसद प्रिया सरोज का गुस्सा, कहा- “तो सोचिए क्या होगा…”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में संभल हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि जो कुछ बाबर ने 500 साल पहले किया था, वही आज बांग्लादेश और संभल में हो रहा है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी की युवा सांसद प्रिय सरोज ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रिय सरोज ने कहा कि हम 500 साल पहले जो हुआ, उस पर कैसे कोई प्रतिक्रिया दे सकते हैं? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर संविधान में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि धार्मिक स्थलों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, तो अब अचानक उन स्थानों को क्यों बदलने की जरूरत पड़ी है?

प्रिय सरोज ने आगे कहा, “अगर देशभर में ऐसी खुदाई और सर्वे किए गए तो सोचिए क्या होगा।” यह बयान इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद और राजनीतिक बयानबाजी को लेकर अहम है, जो अब सोशल मीडिया और सार्वजनिक जीवन में चर्चा का विषय बन चुका है।

योगी आदित्यनाथ का बयान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा के संदर्भ में कहा था, “जो कुछ बाबर के आदमी ने 500 साल पहले अयोध्या में किया, वही आज संभल में हो रहा है और वही बांग्लादेश में हो रहा है। इन तीनों का स्वभाव और डीएनए एक जैसा है। अगर कोई यह सोचता है कि यह बांग्लादेश में हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी आपके पास पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।” योगी ने यह भी कहा कि कुछ लोग, जिनके पास विदेशों में संपत्ति है, इस संकट के समय देश छोड़कर भाग जाएंगे और यहां रहने वाले लोगों को मरने के लिए छोड़ देंगे। उनका यह बयान कई राजनीतिक विवादों को जन्म दे चुका है।

संभल हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी के बयान पर युवती सांसद प्रिया सरोज का गुस्सा, कहा- "तो सोचिए क्या होगा..."

संभल हिंसा का विवरण

गौरतलब है कि 24 नवंबर को संभल में शाही मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू किया, वाहनों को आग के हवाले किया और कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 2750 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश की पहचान नहीं हो पाई है। जिन लोगों के खिलाफ आरोप हैं, उनमें समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बारक और समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने अब तक इस हिंसा में 34 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके में सख्त कार्रवाई की है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी रखी है। आरोपियों में से कुछ लोग अभी भी फरार हैं और पुलिस उनका पीछा कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे सभी दोषियों को गिरफ्तार करेंगे और मामले की सख्ती से जांच की जाएगी।

प्रिय सरोज का बयान और राजनीतिक बयानबाजी

प्रिय सरोज का यह बयान न केवल उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हलकों में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। उनकी प्रतिक्रिया से यह साफ है कि समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ के बयान से असहमत है। प्रिय सरोज ने संविधान के सम्मान की बात की है, जिसमें धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की बात की गई है। वहीं, योगी आदित्यनाथ का बयान राजनीतिक दृष्टिकोण से मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी के रूप में देखा जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए विवादों को जन्म दे सकता है।

संभल हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान और प्रिय सरोज का गुस्सा यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में तनाव और विभाजन गहरा रहा है। राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, और यह स्थिति आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकती है। पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियों के बावजूद इस मामले का राजनीतिक असर दूरगामी हो सकता है। यह देखना बाकी है कि आगे यह विवाद किस दिशा में जाएगा और उत्तर प्रदेश की राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।

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