यूपी में बदला मौसम का मिजाज, आंधी-बारिश के साथ गिरी बिजली, दो किसानों की मौत

उत्तर प्रदेश में गुरुवार को मौसम ने करवट बदली। दिन की शुरुआत तेज धूप के साथ हुई, लेकिन दोपहर होते-होते कई इलाकों में बादल छा गए और बारिश होने लगी। कानपुर जोन में जालौन, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा और उन्नाव जैसे शहरों में भारी से मध्यम बारिश हुई। कानपुर देहात में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई और रसूलाबाद और मंगलपुर जैसे इलाकों में तार टूटने से करीब चार घंटे तक बिजली गुल रही।
आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की मौत, किसान सतर्क
दुखद बात यह है कि कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से दो किसानों की जान चली गई। शिवली के भीखर गांव में खेतों से लौटते समय 50 वर्षीय राजेंद्र प्रजापति की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। दलीकपुर महाराज गांव में एक अन्य किसान होरीलाल की भी मौत हो गई। चित्रकूट में सुबह बादल छाए रहे, लेकिन बाद में मौसम साफ हो गया और तापमान 39 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। हमीरपुर जैसे जिलों में किसान अप्रत्याशित मौसम से अपनी कटी हुई गेहूं की फसल को बचाने के लिए दौड़ पड़े।
महोबा, उन्नाव और जालौन में मिलाजुला असर
महोबा के कई ग्रामीण इलाकों में बादल छाए रहे और हल्की बारिश हुई, जबकि ऊदल चौक जैसे इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित होने से परेशानी और बढ़ गई। सौभाग्य से, बूंदाबांदी से फसलों को कोई खास नुकसान नहीं हुआ। उन्नाव में बारिश से गर्मी से राहत मिली, लेकिन तेज हवाओं के कारण गेहूं की फसल को नुकसान भी पहुंचा, जिससे कटाई में कुछ दिन की देरी हुई। जालौन के उरई में बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन सुबह होते-होते सूरज निकल आया। अधिकारियों ने कहा कि अभी केवल 20% फसल ही कटी है, और किसानों को सलाह दी है कि वे आकलन के लिए बीमा कंपनियों से संपर्क करें।
इटावा में ओलावृष्टि, बांदा में बूंदाबांदी
इटावा में घने बादल छाए रहे और अहेरीपुर के आसपास के गांवों में ओलावृष्टि हुई, जिससे गेहूं की कटाई एक सप्ताह तक प्रभावित हो सकती है। तेज हवाओं के कारण फसलें गिर गईं और बरालोकपुर में भंडारण स्थल पर करीब 400 बोरी गेहूं भीग गया। बांदा में भी सुबह बूंदाबांदी हुई, उसके बाद तेज धूप निकली और गर्म हवाएं चलीं। सुबह कुछ राहत मिली, लेकिन दोपहर में गर्मी फिर लौट आई। पूरे प्रदेश में तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो पिछले दिनों के मुकाबले काफी कम है।