उत्तर प्रदेश

यूपी में मौसम बना मुसीबत! किसानों पर टूटा कुदरती कहर, कई जिलों में तेज़ तूफान की आशंका

उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों में मौसम ने करवट बदली है, जिससे राहत और चिंता दोनों का माहौल है। जहां लोग चिलचिलाती गर्मी के बाद ठंडी हवा के साथ राहत की सांस ले रहे हैं, वहीं किसान भारी फसल नुकसान से परेशान हैं। कई जिलों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने पके हुए खेतों को तबाह कर दिया है, जिससे सिर्फ 48 घंटों में ही फसलें बर्बाद हो गई हैं। अब मौसम विभाग ने शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें 60 से अधिक जिलों में और अधिक बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है, जिससे किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आगे क्या होने वाला है।

पूर्व और पश्चिम दोनों जगह तूफान और ओलावृष्टि

आज का पूर्वानुमान पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश दोनों के लिए परेशानी का सबब है, मौसम विभाग ने भारी बारिश, धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कुछ स्थानों पर बिजली चमकने और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद है। लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर और आगरा जैसे जिले संभावित बारिश और ओलावृष्टि की सूची में हैं। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना है, पश्चिमी भागों में रविवार से शुष्क मौसम की स्थिति शुरू हो सकती है, जो अब तक बचे हुए लोगों के लिए उम्मीद की किरण है।

यूपी में मौसम बना मुसीबत! किसानों पर टूटा कुदरती कहर, कई जिलों में तेज़ तूफान की आशंका

बारिश और ओलावृष्टि के चलते 60 से अधिक जिले हाई अलर्ट पर

अलर्ट में पश्चिम में बागपत और सहारनपुर से लेकर पूर्व में कुशीनगर और बलिया तक कई जगहों को शामिल किया गया है। गुरुवार की बारिश से पहले ही नुकसान झेल चुके बरेली, पीलीभीत, गोंडा और बस्ती जैसे इलाकों के किसान खास तौर पर घबराए हुए हैं। नोएडा, गाजियाबाद, झांसी और कानपुर समेत अन्य जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन पूरे राज्य में ओलावृष्टि का खतरा मंडरा रहा है। बेशक, तूफानों ने हालात को ठंडा कर दिया है, लेकिन अपनी आजीविका को बहते हुए देख रहे किसानों के लिए यह एक कड़वी त्रासदी है।

फसलों के नुकसान से किसानों की परेशानी बढ़ी

मौसम में अचानक आए इस बदलाव ने यूपी के किसानों को बहुत परेशान कर दिया है। तूफान की वजह से गेहूं, आम और केले की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, कई खेत कटाई के समय ही जमींदोज हो गए हैं। ऑरेंज अलर्ट ने उनकी चिंता और बढ़ा दी है, क्योंकि बारिश और ओलावृष्टि से बची हुई फसल को भी खतरा है। जबकि शहर के लोग गर्मी से राहत का आनंद ले रहे हैं, ग्रामीण समुदाय नुकसान का अंदाजा लगा रहे हैं और साफ आसमान की उम्मीद कर रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी बताती है कि सबसे बुरा समय अभी खत्म नहीं हुआ है, और सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यूपी के पहले से ही तबाह हो चुके खेतों पर यह मौसम कैसा असर डालता है।

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