मध्य प्रदेश

Vishwas Sarang: मध्यप्रदेश सरकार का संदेश, लव जिहाद से जुड़े मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हिंदू लड़कियों के साथ जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर राज्य सरकार ने तुरंत कदम उठाना शुरू कर दिया है। मंत्री विश्वास सारंग ने साफ कहा है कि उनकी सरकार ‘लव जिहाद’ जैसे किसी भी मामले को हल्के में नहीं लेगी। आरोप है कि कुछ खास धर्म के युवकों ने हिंदू लड़कियों को अपने बातों के जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश की। इतना ही नहीं, इन पीड़ित लड़कियों के जरिए और लड़कियों को फंसाने की साजिश भी रची गई।

सरकार और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि जैसे ही यह मामला सरकार के संज्ञान में आया, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। अब तक दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जो इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगा। सारंग ने कहा, “यह बहुत गंभीर मामला है। हमें लगता है कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। मध्य प्रदेश में ‘लव जिहाद’ जैसे मामलों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एसआईटी करेगी निष्पक्ष और गहन जांच

मंत्री सारंग ने आगे कहा कि इस मामले में पीड़ित लड़कियों की पहचान को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा और जांच को पूरी संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार ने एसआईटी को सख्त निर्देश दिए हैं कि जांच निष्पक्ष और पूरी तरह पारदर्शी हो। अगर इस मामले से जुड़े और लोग सामने आते हैं, तो उन्हें भी गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाएगी। सारंग ने दोहराया कि राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को बिल्कुल सहन नहीं करेगी और ‘लव जिहाद’ जैसे मामलों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि समाज के लिए एक बड़ा खतरा है, जिसे जड़ से खत्म करना जरूरी है।

पुलिस की कार्रवाई और फॉरेंसिक जांच

डीसीपी (जोन 2) संजय अग्रवाल ने इस मामले की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीड़ित लड़कियों की शिकायत पर संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है। बाघसेवनिया पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों को अलग-अलग थानों से पकड़ा गया है। कुछ आरोपी अभी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। अग्रवाल के मुताबिक, आरोपियों के पास मिले सबूतों के आधार पर मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। सभी आरोपियों के मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि और सबूत जुटाए जा सकें। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।

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