उत्तर प्रदेश

Uttar Pradesh: गांव वालों ने विदेशी देख, पुलिस को बुलाया; फिर मामला खुला

Uttar Pradesh: बरेली जिले में एक बार फिर गूगल मैप्स के कारण पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल, दो विदेशी पर्यटक गूगल मैप्स की मदद से नेपाल जा रहे थे, लेकिन रास्ता भटक गए। जानकारी के अनुसार, ये दोनों पर्यटक दिल्ली से साइकिल पर नेपाल की राजधानी काठमांडू जा रहे थे, लेकिन रास्ता भटकने के कारण वे बरेली के चुरैली डेम के पास पहुँच गए। शुक्रवार को इस घटना की जानकारी पुलिस द्वारा दी गई। वहीं, जब गांववालों ने रात के समय दोनों को साइकिल पर घुमते देखा, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी और दोनों को चुरैली पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

दिल्ली से नेपाल जा रहे थे साइकिल से

इस मामले में जानकारी देते हुए सर्किल अधिकारी (सीओ) बहेड़ी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि फ्रांस के नागरिक ब्रायन जैक्स गिल्बर्ट और सेबेस्टियन फ्रांकोइस गैब्रियल 7 जनवरी को फ्रांस से दिल्ली पहुंचे थे। उनके अनुसार, “वे दिल्ली से तानकपुर होते हुए पिलिभीत के रास्ते काठमांडू नेपाल जाना चाहते थे। लेकिन गूगल मैप्स ने उन्हें बरेली के बहेरी से एक शॉर्टकट रास्ता दिखा दिया, जिससे दोनों विदेशी रास्ता भटक कर बरेली के चुरैली डेम पहुंच गए।”

गांववालों को नहीं समझ में आई उनकी भाषा

सीओ बहेरी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार रात 11 बजे के करीब गांववालों ने दोनों विदेशी पर्यटकों को सुनसान सड़क पर साइकिल चलाते देखा। इसके बाद, गांववालों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन वे दोनों पर्यटक उनकी भाषा नहीं समझ सके। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए, पुलिस अधिकारी ने दोनों विदेशी पर्यटकों को चुरैली पुलिस स्टेशन भेज दिया।

पुलिस ने किया मदद का इंतजार

सीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को जानकारी मिलते ही उन्होंने दोनों विदेशी पर्यटकों से बात की और पूरी स्थिति को समझा। पुलिस ने उन्हें रात में गांव के प्रधान के घर ठहराया और शुक्रवार को उन्हें सही रास्ता दिखाया। इसके बाद दोनों विदेशी पर्यटकों को नेपाल की ओर रवाना कर दिया गया।

Uttar Pradesh: गांववालों ने विदेशी देख भड़की प्रतिक्रिया, पुलिस को बुलाया; फिर मामला खुला

गूगल मैप्स की गलती ने बढ़ाई मुसीबत

यह घटना एक बार फिर से गूगल मैप्स की गलती को उजागर करती है, जो पर्यटकों को अक्सर गलत रास्ते पर भेज देता है। खासकर ऐसे मार्गों पर जहां पहले से कोई रास्ता नहीं होता या जहां दूसरी भाषाओं में बात करना मुश्किल होता है। दोनों पर्यटकों ने अपनी यात्रा के दौरान गूगल मैप्स पर भरोसा किया था, लेकिन यह गलती उनके लिए खतरनाक साबित हुई।

ग्रामवासियों की सजगता ने बचाई जानें

इस घटना में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गांववालों की सजगता और पुलिस का तत्काल कदम उठाना था। जब गांववालों ने दोनों पर्यटकों को अजनबी स्थिति में देखा, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पर्यटकों को सुरक्षित रखा। अगर गांववाले न होते, तो यह घटना और भी गंभीर हो सकती थी।

पुलिस ने सही समय पर की मदद

पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों पर्यटकों को चुरैली पुलिस स्टेशन पहुंचाया और उनकी मदद की। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खुद दोनों पर्यटकों से बातचीत की और उन्हें सही मार्ग दिखाया। इस घटना से यह भी साबित होता है कि पुलिस की तत्परता और सजगता कितनी महत्वपूर्ण है, खासकर जब विदेशी पर्यटकों के मामले में होता है।

घटना का विस्तार

यह घटना एक नज़ीर बनकर सामने आई है कि किस तरह तकनीकी गलतियों के कारण लोग भटक सकते हैं। गूगल मैप्स जैसी सुविधाएं जहां एक ओर यात्रा को आसान बनाती हैं, वहीं कभी-कभी गलत मार्गों पर भेज देती हैं। यह इस बात का भी संकेत है कि जब लोग अनजान स्थानों पर यात्रा करते हैं, तो उन्हें स्थानीय अधिकारियों से मार्गदर्शन लेना चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।

इस घटना के बाद, अब स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पर्यटकों को सही मार्ग दिखाने के लिए और भी सावधानी बरतने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि ऐसे मार्गों पर जो मापा नहीं गए हैं या जिनकी कोई पुष्टि नहीं है, वहां गूगल मैप्स जैसी सेवाओं का उपयोग करते समय ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए।

साथ ही, इस मामले में पुलिस और गांववालों ने मिलकर दिखाया कि समुदाय की सजगता और प्रशासन की तत्परता से कैसे किसी गंभीर घटना को टाला जा सकता है।

बरेली पुलिस के इस कदम से न केवल दोनों विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित रास्ता मिल सका, बल्कि एक बड़ा हादसा होने से भी बच गया। अब ये दोनों पर्यटक सही रास्ते पर नेपाल के लिए रवाना हो गए हैं, और पुलिस ने भी अपनी भूमिका को सराहा।

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