Uttar Pradesh Train Accident: प्रयागराज-कानपुर रेल मार्ग पर बड़ा हादसा, खागा के पास दो मालगाड़ियों में टक्कर, एक इंजन ट्रैक से उतरा
Uttar Pradesh Train Accident: मंगलवार सुबह, उत्तर प्रदेश के खागा कोतवाली क्षेत्र के पाम्भीपुर गांव के पास डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (DFC) पर एक बड़ा रेल हादसा हो गया। यहां प्रयागराज से कानपुर जा रही कोयला लदी मालगाड़ी, एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जो लाल सिग्नल पर खड़ी थी। इस हादसे में खड़ी मालगाड़ी के गार्ड सोनू वर्मा ने अपनी जान बचाने के लिए कूदकर भाग लिया, लेकिन वह घायल हो गए। वहीं, टक्कर के कारण दोनों गाड़ियों का इंजन पटरी से उतरकर खाई में गिर गया और एक गार्ड बोगी भी पटरी से उतर गई।
हादसे के बाद, डीएफसी की अप लाइन (Howrah-Delhi रूट) पूरी तरह से बाधित हो गई, जिससे यात्री ट्रेन की आवाजाही में परेशानी आई। हालांकि डाउन लाइन को बहाल कर दिया गया है। घटनास्थल पर रेलवे अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। इस दौरान ट्रैकमैन और रेलवे इंजीनियरों की एक टीम भी कार्यरत है, जो ट्रैक को ठीक करने में जुटी हुई है।
हादसा सुबह 4:30 बजे हुआ
घटना मंगलवार सुबह करीब 4:30 बजे की है, जब प्रयागराज से कानपुर जा रही एक कोयला लदी मालगाड़ी पाम्भीपुर के पास खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, खड़ी मालगाड़ी लाल सिग्नल पर खड़ी थी और दूसरी मालगाड़ी ने उसे टक्कर मार दी। इस हादसे से डीएफसी की अप लाइन पूरी तरह से बाधित हो गई, जिसके कारण ट्रेन संचालन प्रभावित हुआ। राहत कार्य के दौरान डाउन लाइन को बहाल कर दिया गया है, जिससे कुछ हद तक यात्री ट्रेन संचालन को पुनः शुरू किया गया है।
यूपी के फतेहपुर में डीएफसी लाइन में दो मालगाड़ियों की भिड़ंत हो गई, जिसके बाद इंजन पटरी से उतर गए।
अप लाइन में खड़ी मालगाड़ी के पीछे टकरा गई कोयला लदी ट्रेन। दोनों गाड़ियों के इंजन और गार्ड की बोगी ट्रैक से उतरी। #fatehpur #trainaccident pic.twitter.com/njMwkUajPB
— Vinay Saxena (@vinaysaxenaj) February 4, 2025
हादसे में गार्ड और लोको पायलट घायल
इस हादसे में खड़ी मालगाड़ी के गार्ड सोनू वर्मा ने अपनी जान बचाने के लिए कूदकर अपनी जान तो बचा ली, लेकिन वह घायल हो गए। उन्हें तुरंत हार्डन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके अलावा, टक्कर के दौरान मालगाड़ी के इंजन से जुड़े लोको पायलट अनुज राय भी घायल हो गए। उन्हें भी हार्डन CHC में इलाज के लिए भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, दोनों घायल कर्मचारियों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई है।
रेलवे अधिकारियों ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
घटना की सूचना मिलने के बाद रेलवे के सिग्नल और सुरक्षा अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि मालगाड़ी खड़ी थी और इस पर ट्रैकमैन और सिग्नल विभाग की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे के बाद रेलमार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए काम किया जा रहा है, ताकि यात्री और मालवहन में कोई और परेशानी न हो। पुलिस विभाग भी इस मामले की जांच कर रहा है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
रेलवे सूत्रों से जानकारी
रेलवे सूत्रों ने बताया कि यह दुर्घटना तब हुई जब एक मालगाड़ी, जो प्रयागराज से कानपुर जा रही थी, अप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। इस दुर्घटना के बाद, डीएफसी की अप लाइन को पूरी तरह से रोक दिया गया है, लेकिन डाउन लाइन को बहाल कर दिया गया है। रेलवे ने इस मामले में विभागीय जांच शुरू कर दी है और जल्द ही घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा।
रेलवे के अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रेलवे निरीक्षक दीपक यादव ने बताया कि फिलहाल यात्री ट्रेन की आवाजाही जारी है, केवल अप लाइन में ही बाधा उत्पन्न हुई है। वह इस मामले में जांच कर रहे हैं और जल्द ही दुर्घटना के कारणों के बारे में रिपोर्ट जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि मालगाड़ी के चालक और गार्ड को हल्की चोटें आईं हैं और दोनों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई है।
राहत कार्य जारी है
इस घटना के बाद रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। ट्रैक को जल्दी से बहाल करने के लिए ट्रैकमैन और इंजीनियरों की टीम दिन-रात काम कर रही है। इसके अलावा, दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय टीम भी गठित की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो।
डीएफसी में सुरक्षा को लेकर सवाल
यह घटना डीएफसी के लिए एक चेतावनी हो सकती है, खासकर रेलवे सुरक्षा और ट्रैक पर निगरानी को लेकर। ऐसे हादसों से यह सवाल उठता है कि क्या रेलवे विभाग द्वारा पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं और क्या ट्रेन ऑपरेटरों को ट्रैक पर खड़ी गाड़ियों की सही निगरानी के लिए उचित प्रशिक्षण मिल रहा है। इस प्रकार की घटनाओं से रेल सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ जाती है और इसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन पर होती है।
प्रयागराज-कानपुर मार्ग पर हुए इस बड़े रेल हादसे ने रेलवे विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। हालांकि राहत कार्य जारी है और डाउन लाइन को बहाल कर दिया गया है, लेकिन अप लाइन को बहाल करने में कुछ समय लग सकता है। इस दुर्घटना में दो रेलवे कर्मचारियों को चोटें आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। विभागीय जांच जारी है और जल्द ही दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा।