Uttar Pradesh news: मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले इस डर से घिरी सपा, मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र

Uttar Pradesh news: मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस उपचुनाव में अनियमितताओं की आशंका जताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा को पत्र लिखा है। इस पत्र में सपा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व जिला अध्यक्ष को चुनाव में पीठासीन अधिकारी बनाए जाने का आरोप लगाया है।
सपा ने उठाए चुनाव प्रक्रिया पर सवाल
समाजवादी पार्टी ने पत्र के माध्यम से यह मांग की है कि चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए। सपा ने शिकायत की है कि रिटर्निंग ऑफिसर ने मिल्कीपुर में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजय शुक्ला को पीठासीन अधिकारी बना दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह अधिकारी पक्षपात करते हुए भाजपा को फायदा पहुंचा सकता है।
सपा ने यह भी मांग की है कि मतदाताओं को मतदान से न रोका जाए, सभी मतदाताओं को मतदान पर्ची उपलब्ध कराई जाए और मतदान प्रक्रिया के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
पुलिसकर्मियों पर लगाया डराने-धमकाने का आरोप
समाजवादी पार्टी ने पत्र में यह आरोप लगाया कि मिल्कीपुर के थानाध्यक्ष (SHO) देवेंद्र पांडे, अमरजीत सिंह और संदीप सिंह सपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धमका रहे हैं। पार्टी का कहना है कि ये अधिकारी सपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। सपा ने इन तीनों अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है और रिटर्निंग ऑफिसर को हटाने की अपील की है।
पिछले चुनावों का दिया हवाला
सपा ने अपने पत्र में पिछले विधानसभा चुनावों का भी उल्लेख किया है। सपा ने कहा कि पिछले चुनाव के दौरान पुलिसकर्मियों ने कई मुस्लिम महिलाओं को पहचान के नाम पर बुर्का हटाने के लिए मजबूर किया था, जिससे उन्हें डराने की कोशिश की गई थी। इस बार ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सपा ने चुनाव आयोग से स्पष्ट निर्देश जारी करने की मांग की है।
मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की मांग
सपा ने मिल्कीपुर के सभी 414 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की मांग की है। सपा का कहना है कि यह चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सकेगा। इसके अलावा, पार्टी ने यह भी आग्रह किया कि इस वेबकास्टिंग की लिंक सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई जाए, जिससे सभी की निगरानी बनी रहे।
पोलिंग एजेंट को हटाने की साजिश का आरोप
सपा ने यह भी आरोप लगाया कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट्स को बूथों से हटाने की साजिश की जा रही है। पार्टी ने मांग की है कि सभी पोलिंग एजेंट्स को मतदान के अंत तक बूथ पर बने रहने दिया जाए ताकि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित हो सके।
5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को नतीजे
गौरतलब है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को मतदान होना है और इसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इस सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला है और दोनों दलों ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है।
निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर सपा मुखर
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील करते हुए मांग की है कि सरकारी अधिकारियों की निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए और किसी भी प्रकार की धांधली को रोका जाए। सपा का कहना है कि यदि चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता नहीं रही तो लोकतंत्र की मूल भावना प्रभावित होगी।
भाजपा का पलटवार
वहीं, भाजपा ने सपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी चुनाव से पहले हार का बहाना ढूंढ रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है और सपा के आरोप बेबुनियाद हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी की यह शिकायत चुनावी माहौल को और अधिक गरमा सकती है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग सपा की मांगों पर क्या कदम उठाता है और 5 फरवरी को मतदान कितनी निष्पक्षता से संपन्न होता है।