उत्तर प्रदेश

मथुरा में होली से पहले भक्तों की भारी भीड़, बैंक बिहारी मंदिर में जगह मिलना हुआ मुश्किल

मथुरा, उत्तर प्रदेश: जैसे-जैसे होली का त्यौहार करीब आ रहा है, मथुरा में भक्तों की भारी भीड़ जुटने लगी है। खासकर, प्रसिद्ध बैंक बिहारी मंदिर में इस समय भक्तों की इतनी अधिक संख्या है कि वहाँ कदम रखने की भी जगह नहीं मिल रही है। इस भीड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें भक्तों की अपार संख्या दिखाई दे रही है। दरअसल, मथुरा-वृंदावन में होली खेलने की परंपरा बसंत पंचमी से ही शुरू हो जाती है और होली के दिन तक यह उत्सव पूरी तामझाम से चलता है। इस समय, बैंक बिहारी मंदिर में होली खेलने की भी परंपरा है, जिससे भक्तों की संख्या और भी बढ़ जाती है।

मथुरा-वृंदावन में होली का खास महत्व

मथुरा और वृंदावन, श्री कृष्ण की जन्मस्थली होने के कारण होली के त्यौहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं। यहां का रंगोत्सव पूरे भारत में प्रसिद्ध है और हर साल देश-विदेश से हजारों लोग इस महापर्व को मनाने के लिए मथुरा आते हैं। खास बात यह है कि मथुरा और वृंदावन में होली का त्यौहार 40 दिनों तक चलता है, जो कि बहुत ही अद्भुत अनुभव होता है। इस दौरान पूरे क्षेत्र में रंगों की बौछार होती है, लेकिन जो सबसे खास होता है वह है बैंक बिहारी मंदिर में होली की धूम।

बैंक बिहारी मंदिर में होली की धूम

बैंक बिहारी मंदिर में होली की शुरुआत हो चुकी है, और भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंदिर में होली के रंगों के साथ लड्डू की होली भी होती है। इसके साथ ही यहाँ श्रद्धालु श्री कृष्ण और राधा की छवि के साथ होली खेलने का आनंद लेते हैं। मंदिर में इतनी अधिक भीड़ हो गई है कि भक्तों को दर्शन करने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ता है। मंदिर परिसर में यह दृश्य देखा जा सकता है कि लोग रंगों में सराबोर होकर भगवान श्री कृष्ण के साथ होली खेल रहे हैं।

मथुरा-वृंदावन में होली का प्रारंभ और भीड़ का असर

मथुरा-वृंदावन में होली का आरंभ बसंत पंचमी से होता है, जो कि ब्रज होली का एक महत्वपूर्ण दिन है। यहाँ रंगों से पहले फूलों की होली खेली जाती है, जो भक्तों के लिए एक अलग अनुभव होता है। इसके बाद, लड्डू की होली, लट्ठमार होली जैसी परंपराएँ भी आयोजित होती हैं, जो यहां के रंगोत्सव को और भी खास बना देती हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग यहाँ आते हैं, खासकर होली के कुछ दिनों पहले, लेकिन होली के दिन यहाँ का माहौल और भी भीड़-भाड़ वाला हो जाता है।

इस भारी भीड़ के कारण मथुरा में आम तौर पर यातायात की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। लोग पार्किंग से लेकर मंदिर में प्रवेश तक कई परेशानियों का सामना करते हैं। इस वजह से मथुरा यात्रा के लिए एक दिन पहले योजना बनाना अच्छा रहता है, ताकि आप इन समस्याओं से बच सकें और होली के त्यौहार का असली मजा ले सकें।

मथुरा में होली यात्रा के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क रहने की सलाह

चरण-दर-चरण बढ़ती हुई भीड़ के साथ-साथ मथुरा और वृंदावन में होली के समय यात्रा करना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। भारी भीड़ के कारण बच्चों और बुजुर्गों के लिए रास्ते में चलना मुश्किल हो सकता है। मथुरा के मंदिरों और विशेष रूप से बैंक बिहारी मंदिर में इतनी अधिक भीड़ होती है कि यहां किसी को भी चलने के लिए मुश्किल हो सकती है।

यदि आप छोटे बच्चों या बुजुर्गों के साथ मथुरा यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको खासतौर से सावधानी बरतनी चाहिए। भारी भीड़ के कारण बच्चों और बुजुर्गों के लिए सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, और उनकी सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। ऐसे में यह बेहतर है कि आप होली के त्यौहार के दौरान यात्रा से बचें या कम भीड़ वाले समय में यात्रा करने की योजना बनाएं।

मथुरा और वृंदावन में होली के लिए सही समय पर यात्रा करने के फायदे

अगर आप मथुरा में होली का अनुभव करना चाहते हैं, तो आपको होली के दिन आने से बचना चाहिए। होली से पहले के समय में ही रंगोत्सव की शुरुआत हो जाती है, और उस समय यहां की भीड़ काफी कम होती है। इस दौरान आप आराम से होली का आनंद ले सकते हैं और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या से बच सकते हैं।

इसके अलावा, मथुरा और वृंदावन में होली का असली आनंद तब लिया जा सकता है जब आप वहां के पारंपरिक उत्सवों को नजदीक से देखें। यदि आप बसंत पंचमी से पहले आते हैं, तो आपको अधिक भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप शांति से होली के इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बन सकते हैं।

मथुरा और वृंदावन की होली भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो न केवल देशभर से बल्कि विदेशों से भी लोगों को आकर्षित करती है। यहाँ के रंगोत्सव का अनुभव हर व्यक्ति के जीवन का एक अविस्मरणीय पल बन जाता है। हालांकि, भारी भीड़ को देखते हुए, मथुरा यात्रा पर जाने से पहले योजना बनाना जरूरी है, खासकर यदि आप बच्चों और बुजुर्गों के साथ यात्रा कर रहे हैं। सही समय पर यात्रा करने से आप होली का असली आनंद ले सकते हैं और भीड़-भाड़ से बच सकते हैं।

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