मध्य प्रदेश

‘रील’ बनाने की आदत ने ली एक और जान, 20 साल का लड़का डेम में कूदा और लापता हो गया

आजकल के युवा मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के प्रति अत्यधिक आकर्षित होते जा रहे हैं। इस आकर्षण के कारण कई युवा अपनी जान जोखिम में डालकर केवल लाइक्स और कमेंट्स के लिए खतरनाक वीडियो बनाने की कोशिश करते हैं। कभी ट्रेन के सामने आना, कभी गहरे गड्ढे में कूदना—यह सब सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए किया जाता है। इन खतरनाक हरकतों के कारण कई बार जीवन भी खतरे में पड़ जाता है। ऐसा ही एक हादसा मध्य प्रदेश के गुना जिले में सामने आया है।

गुना में डेम में कूदा युवक, लापता

गुना न्यूज: 17 नवंबर, रविवार को गुना जिले के गोपीसागर डेम में एक 20 वर्षीय युवक ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने के लिए डेम में छलांग लगा दी। यह हादसा रुथियाई क्षेत्र में हुआ, जो जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है। युवक का नाम दीपेश लोढ़ा है और वह धारनावदा पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले क्षेत्र का निवासी है। पुलिस के अनुसार, दीपेश के बाद से कोई भी सुराग नहीं मिला है और वह लापता है।

दोस्त से मांगी मदद, फिर भी नहीं बच पाया युवक

पुलिस अधिकारी प्रभात कतारे के मुताबिक, दीपेश ने अपने दोस्त राज को अपना मोबाइल फोन दिया और उसे कहा कि वह डेम के पास कूदने का वीडियो बनाए। दीपेश ने यह भी बताया कि उसे तैरना आता है, लेकिन जैसे ही उसने पानी में छलांग लगाई, वह डूबने लगा। यह देख उसका दोस्त राज आसपास के लोगों से मदद मांगने गया। फिर पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को सूचित किया गया और दीपेश की तलाश शुरू की गई। हालांकि, अब तक दीपेश का कोई पता नहीं चल सका है।

'रील' बनाने की आदत ने ली एक और जान, 20 साल का लड़का डेम में कूदा और लापता हो गया

सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने के लिए जीवन जोखिम में डालना

यह पहली बार नहीं है जब किसी ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली हो। हाल ही में जयपुर, राजस्थान में एक युवक ने सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध होने के लिए अपनी थार कार को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा लिया। वह कार को ट्रैक से कूदाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन कार ट्रैक के बीच में फंस गई। इस दौरान एक ट्रेन भी पीछे आ रही थी, लेकिन लॉको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। उस युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।

सोशल मीडिया के खतरों पर गंभीर विचार की आवश्यकता

यह घटनाएं सोशल मीडिया की खतरनाक लत को दर्शाती हैं। युवा सिर्फ लाइक्स, कमेंट्स और फॉलोअर्स के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने को तैयार हैं। सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए किए गए ये जोखिमपूर्ण वीडियो केवल शौक नहीं, बल्कि गंभीर परिणामों की ओर भी ले जा सकते हैं। युवा पीढ़ी के लिए यह जरूरी है कि वे सोशल मीडिया के सही उपयोग को समझें और दूसरों से अलग दिखने की होड़ में अपनी जान को खतरे में न डालें।

पुलिस और प्रशासन की भूमिका

इन घटनाओं के बाद पुलिस और प्रशासन को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। सोशल मीडिया पर खतरनाक वीडियो बनाने और अपलोड करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही, लोगों को सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में जागरूक करना भी जरूरी है। यह केवल एक कड़ी कानूनी कार्रवाई ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

दीपेश लोढ़ा की यह घटना हमें यह समझाती है कि सोशल मीडिया की लत जीवन के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है। यह समय है कि हम युवा पीढ़ी को इस लत के खतरों के बारे में बताएं और उन्हें यह सिखाएं कि अपने जीवन को खतरे में डालकर केवल सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोअर्स पाने की कोई कीमत नहीं है। हमें ऐसे हादसों से सीखना चाहिए और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Media Auditor

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d