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Pakistan में फिर आतंकी हमला, खैबर पख्तूनख्वा में घात लगाकर किए गए हमले में 4 सैनिक शहीद

Pakistan के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने एक बार फिर बड़ा हमला किया है। आतंकियों ने सोमवार को सेना के राहत सामग्री ले जा रहे ट्रकों के काफिले पर हमला किया और जब सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की तो घात लगाकर दूसरा हमला कर दिया। इस हमले में चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

यह हमला उस समय हुआ जब सुरक्षा बल पहले से ही एक अन्य हमले का जवाब देने के लिए अतिरिक्त सैनिक भेज रहे थे। सोमवार को पाकिस्तान के कुर्रम जिले में राहत सामग्री ले जा रहे ट्रकों के काफिले पर हमला किया गया था, जिसमें एक ड्राइवर और एक सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई थी।

कुर्रम जिले में फिर भड़की हिंसा

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में पिछले कुछ महीनों से हिंसा का दौर जारी है। इस इलाके में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच खूनी झड़पों में अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों ने राहत सामग्री से भरे कई ट्रकों को लूट लिया और उनमें आग लगा दी।

Pakistan में फिर आतंकी हमला, खैबर पख्तूनख्वा में घात लगाकर किए गए हमले में 4 सैनिक शहीद

हमले के बाद सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया था, लेकिन आतंकियों ने घात लगाकर इन पर हमला कर दिया, जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए। पाराचिनार के एक अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर कैसर अब्बास ने बताया कि उन्हें सोमवार रात को कुर्रम से चार सैनिकों के शव मिले।

हमलावरों की तलाश में बड़ा ऑपरेशन शुरू

हमले के बाद पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा बलों ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों को पकड़ने के लिए विशेष सैन्य अभियान की योजना बनाई जा रही है। सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश जारी है।

हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन अधिकारियों को शक है कि इसमें सुन्नी आतंकियों का हाथ हो सकता है।

कुर्रम: सांप्रदायिक संघर्षों का केंद्र

कुर्रम जिला पाकिस्तान के उन इलाकों में से एक है, जहां शिया-सुन्नी संघर्ष लंबे समय से चला आ रहा है। इस इलाके में शिया मुस्लिमों की बड़ी आबादी रहती है, हालांकि पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में वे अल्पसंख्यक हैं। पूरे पाकिस्तान में सुन्नी मुस्लिमों का बहुमत है और यहां कई चरमपंथी संगठन शियाओं को निशाना बनाते रहे हैं।

इस क्षेत्र में पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।

सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई का दावा

पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस हमले को लेकर सख्त प्रतिक्रिया दी है। सरकार का कहना है कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा,
“हम आतंकियों को उनके मंसूबों में सफल नहीं होने देंगे। जो भी इस घटना के पीछे हैं, उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”

पाकिस्तान में बढ़ता आतंकवाद: एक बड़ी चिंता

पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों की घटनाएं फिर से बढ़ने लगी हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), इस्लामिक स्टेट (ISIS) और अन्य चरमपंथी गुट आए दिन सुरक्षाबलों और नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद आतंकवाद को फिर से बढ़ावा मिला है। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में भी चरमपंथी गुटों की गतिविधियां बढ़ गई हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता

इस ताजा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तान लंबे समय से आतंकी संगठनों का गढ़ रहा है और कई देशों ने उसे आतंकवाद पर लगाम लगाने की सलाह दी है।

विश्लेषकों का मानना है कि यदि पाकिस्तान जल्द ही आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई नहीं करता, तो यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है और देश के भीतर अस्थिरता और बढ़ सकती है।

पाकिस्तान में एक बार फिर से आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर चार सैनिकों की जान ले ली। इससे न केवल कुर्रम जिले की स्थिति और खराब हुई है, बल्कि यह पूरे पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद का संकेत भी देता है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि पाकिस्तान सरकार और सेना इस पर कैसे और कितनी सख्ती से कार्रवाई करती है और क्या वे इस तरह के हमलों को रोकने के लिए कोई ठोस रणनीति बना पाते हैं या नहीं।

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