Saharanpur: दंपत्ति ने तीन बच्चों संग खाया जहर, हालत गंभीर, ये है कदम उठाने की वजह
Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में देहरादून-हाईवे पर गागलहेड़ी थाना क्षेत्र में एक दंपत्ति ने अपने तीन बच्चों के साथ ज़हर खाकर सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि बाइक सवार दंपत्ति ने हाईवे के किनारे अपनी बाइक रोकी और बच्चों समेत ज़हरीला पदार्थ खा लिया। मौके पर मौजूद राहगीरों ने सभी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
हाईवे पर रुकी बाइक और फिर हुआ हादसा
घटना के अनुसार, दंपत्ति अपनी बाइक से यात्रा कर रहे थे। उन्होंने अपनी बाइक देहरादून हाईवे पर हरोड़ा गांव के पास निर्माणाधीन पुल के पास रोकी। थोड़ी देर बाद पति-पत्नी और बच्चों की हालत अचानक बिगड़ने लगी और वे उल्टियां करने लगे। वहां से गुजर रहे एक राहगीर ने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने ज़हरीला पदार्थ खा लिया है।
राहगीरों ने दिखाई मानवता
राहगीरों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सभी को देहरादून से आ रहे एक निजी वाहन से पास के हरोड़ा सीएचसी पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने सभी की जांच की और उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
पीड़ित महिला ने बताई वजह
जिला अस्पताल में भर्ती महिला ने अपना नाम रजनी बताया। उसने कहा कि वह अपने पति विकास, बेटा कर्म सिंह, बेटियां परी (6), पलक (3) और डेढ़ वर्षीय बेटे विवेक के साथ रहती है। रजनी ने बताया कि वे फिरोजपुर के नंदी के निवासी हैं।
महिला ने आत्महत्या की वजह कर्ज़ बताया। उसने कहा कि परिवार पर भारी कर्ज़ है और इसी वजह से वे बेहद परेशान हैं। आर्थिक तंगी और कर्ज़ के दबाव ने उन्हें यह कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस कर रही है जांच
पांच लोगों के ज़हर खाने की खबर मिलने के बाद गागलहेड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि परिवार पर कितना कर्ज़ है और अन्य क्या परिस्थितियां थीं, इसकी पड़ताल की जा रही है।
कर्ज़ के कारण आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं
यह घटना समाज में बढ़ते आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव को दर्शाती है। कर्ज़ के कारण आत्महत्या के मामले दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार और समाज को मिलकर इन समस्याओं का समाधान ढूंढने की ज़रूरत है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि कर्ज़ और मानसिक तनाव से बचने के लिए परिवारों को उचित परामर्श और समर्थन की आवश्यकता है। आर्थिक तंगी के मामलों में सरकार की ओर से सहायता योजनाएं और वित्तीय साक्षरता अभियान चलाने की ज़रूरत है।
स्थानीय लोगों की अपील
स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर दुख जताते हुए प्रशासन से ऐसे परिवारों की मदद करने की अपील की है, जो कर्ज़ के दबाव में जी रहे हैं।
यह घटना सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं है, बल्कि समाज के एक बड़े हिस्से की सच्चाई है। कर्ज़ और आर्थिक तंगी से परेशान परिवारों को समय पर मदद और सही मार्गदर्शन मिलना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए सरकार, प्रशासन और समाज को एक साथ काम करना होगा।