उत्तर प्रदेश

रिजवान और बेटे की गिरफ्तारी, तिहाड़ से लौटते समय की थी फायरिंग, सिद्धू मूसेवाला मर्डर से भी जुड़ा

तिहाड़ जेल से घर लौटते समय हथियार तस्कर रिजवान और उनके बेटे ने अवैध हथियारों से खुशी में गोलीबारी और पटाखों की आतिशबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। पुलिस ने दोनों से सात पिस्टल, दो रिवॉल्वर और 22 जिन्दा कारतूस भी बरामद किए हैं। इस मामले में पुलिस ने नौ अन्य आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी है।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी था शामिल

रिजवान अंसारी, जो शहर के मोहल्ला शेख साहिबान का निवासी है और जिसका नाम तिहाड़ जेल से बाहर आते ही चर्चा में आया, एक शातिर हथियार तस्कर है। रिजवान का नाम उस समय सुर्खियों में आया था, जब यह खुलासा हुआ कि वह सिद्धू मूसेवाला के हत्याकांड में प्रयुक्त हथियारों की तस्करी में भी शामिल था। इस वजह से एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) की टीम ने भी उसके घर पर छापेमारी की थी। इसके बाद रिजवान को तीन महीने पहले दिल्ली के तिहाड़ जेल में भेजा गया था।

बेल मिलने के बाद घर लौटते वक्त हुआ हंगामा

सूत्रों के मुताबिक, जब रिजवान बेल पर तिहाड़ से बाहर आया और गुरुवार रात को अपने घर वापस लौटा, तो उसके परिवार और रिश्तेदारों ने उसका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने अवैध हथियारों से गोलीबारी की और डीजे पर डांस करते हुए पटाखे फोड़े। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।

रिजवान, उसके बेटे और अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

कोतवाली पुलिस ने रिजवान, उसके बेटे और करीब 11 अन्य लोगों के खिलाफ अवैध हथियारों से गोलीबारी करने और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है।

रिजवान और बेटे की गिरफ्तारी, तिहाड़ से लौटते समय की थी फायरिंग, सिद्धू मूसेवाला मर्डर से भी जुड़ा

फरार होने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया रिजवान और उसका बेटा

एसपी ग्रामीण रोहित मिश्रा के अनुसार, शुक्रवार रात को कोतवाली प्रभारी राजपाल सिंह और उनकी टीम मुंडाखेड़ा रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक बलेनो कार को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन कार चालक ने कार को तेज गति से दौड़ाना शुरू कर दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार को घेरकर रोका। जांच के दौरान कार में सवार दोनों व्यक्तियों ने अपने नाम रिजवान और अदनान बताए, जो रिजवान का बेटा है। पुलिस ने कार की तलाशी ली, तो सात पिस्टल, दो रिवॉल्वर और 22 जिन्दा कारतूस बरामद किए।

पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई

कोतवाली प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि रिजवान और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोनों को जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और उनके खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि अवैध हथियारों का इस्तेमाल करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अवैध हथियारों का नेटवर्क

रिजवान अंसारी का नाम केवल इस गोलीबारी और पटाखों के मामले में नहीं, बल्कि उसके द्वारा सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियारों की तस्करी के मामले में भी सामने आया है। यह स्पष्ट होता है कि रिजवान और उसके साथियों के पास अवैध हथियारों का एक बड़ा नेटवर्क है, जो विभिन्न अपराधों में इस्तेमाल हो रहा है। पुलिस ने इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

पुलिस की ओर से संदेश

पुलिस अधिकारियों ने इस पूरी घटना को लेकर साफ संदेश दिया है कि अवैध हथियारों का इस्तेमाल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अब इन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है और उन्हें सजा दिलाने के लिए सभी कानूनी कदम उठा रही है। इसके साथ ही, पुलिस अवैध हथियारों के तस्करों के नेटवर्क को भी खत्म करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करेगी।

सामाजिक संदेश और कानून का महत्व

इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि किसी भी अपराधी को कानून से बचने का कोई मौका नहीं मिलना चाहिए। रिजवान और उसके बेटे की गिरफ्तारी से यह संदेश मिलता है कि अगर अपराधी सोचते हैं कि वे अपनी अवैध गतिविधियों के कारण बच जाएंगे तो ऐसा नहीं होगा। कानून को ताकतवर अपराधियों के खिलाफ सक्रिय रूप से काम करना चाहिए ताकि समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहे।

रिजवान और उसके बेटे की गिरफ्तारी, जो सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से भी जुड़ा है, पुलिस की सख्त कार्रवाई का परिणाम है। अवैध हथियारों का इस्तेमाल और उनके साथ होने वाली अवैध गतिविधियाँ किसी भी समाज के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले में तेजी से कार्रवाई की और अवैध हथियारों के खिलाफ अपनी जंग जारी रखी है। जल्द ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है, जिससे इस आपराधिक गतिविधि पर काबू पाया जाएगा।

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