अपराधमध्य प्रदेशरीवा

Mp Dhan Kharidi kendra. धान खरीदी में धांधली, किसानों से खरीदी करने के बाद केंद्र में रखी धान की हो रही चोरी, बोरी से चोरी का वीडियो वायरल

Rewa.सहकारी समितियों में इन दिनों धान की खरीदी का काम जोरों पर है ऐसे में खरीदी केंद्रों में भारी मात्रा में धान की खेप रखी गई है जिससे किसानों को उनकी धान का सही भुगतान शासन स्तर पर किया जा सके परंतु रीवा के बदवार खरीदी केंद्र में रखी हुई किसानों की धान से प्रशासन को कोई मोह नहीं रह गया है जिसके चलते खरीदी केंद्र के भीतर से ही किसानों के धान को चुराने का काम किया जा रहा है जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है।

दरअसल बदवार खरीदी केंद्र का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसमें देखा जा सकता है कि किस प्रकार से किसानों से खरीदी की गई धान को समिति के कर्मचारियों के द्वारा ही चोरी किया जा रहा है। जिसके बाद किसानों की धान से समिति प्रबंधक द्वारा अन्यत्र राशि कमाई जा रही है।

बताया जा रहा है कि समिति में किसानों से 41 किलो धान एक बोरी में ली जाती है जबकि नियम के तहत महज 40 किलो 600 ग्राम धान ही एक बोरी में ली जा सकती है जिसके बाद अधिक मात्रा में की गई धान को बोरी से चुराकर समिति के कर्मचारियों द्वारा अपनी कमाई में मुनाफा बढ़ाया जा रहा है।

वारदाना से लेके तौलाई तक का खेल जिम्मेदार मौन

इन दिनों धान की खरीदी चल रही है किसान स्लॉट बुक कर धान बेचने के लिए केंद्रों में पहुंच रहे तो कुछ बिना स्लॉट बुक किए ही समिति प्रबंधक से सेटिंग कर पहुंच रहे हैं लेकिन कई केंद्र ऐसे हैं जहां पर सिर्फ कागजों पर अन्नदाताओं की व्यवस्था है और एसडीएम ,तहसीलदार फूड इंस्पेक्टर समेंत पूरा प्रशासनिक अमला बारात में आशीर्वाद देने की तरह फोटो ग्राफी तक ही सीमित है जबकि त्यौंथर तहसील इलाके के ढखरा सोनौरी मटियारी सहित तमाम खरीदी केंद्रों में खुलेआम किसानों से लूट मची है

वारदाना से लेके तोलाई तक रेट फिक्स है और संबंधित अधिकारी समिति प्रबंधक को वाहवाही देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और तो और बोरी में ठप्पे लगवाने के बाद तौलाई देने के साथ 40 किलो ग्राम से अधिक लगभग 41 किलो 300ग्राम अपनी धान भी किसानों को देना पड़ता है अगर कोई भी बोरी किसी भी केंद्र में तौलाई जाई तो दूध का दूध पानी पानी निकल सकता है और किसान डरा सहमा सब कुछ देखता रहता है क्योंकि अगर कोई आरोप भी लगाता हैं तो उसकी धान रिजेक्ट करने में समिति प्रबंधक और उनके गुर्गे कोई कसर नहीं छोड़ते हालांकि सब खेल जिम्मेदार अधिकारी के सह पर चल रहा है क्योंकि जिम्मेदार अधिकारी भी बारात में आशीर्वाद देने तक ही सीमित है वही ढखरा, सोनौरी, मटियारी खरीदी केंद्रों में उपार्जन करने आए एक दर्जन से अधिक किसानों ने बताया ढखरा समिति प्रबंधक राजेश मिश्रा, अरविंद उपाध्याय समिति प्रबंधक सोनौरी और अमाव समिति प्रबंधक राजेंद्र शर्मा की पूर्व में भी इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत तहसील स्तर से लेके जिला स्तर और कलेक्टर कार्यालय में प्रति मंगलवार को जनसुनवाई में भी शिकायत की गई थी पर शिकायत की जांच नहीं हुई वही अब देखना होगा कि वरिष्ठ अधिकारी क्या ढखरा, सोनोरी, मटियारी खरीदी पर क्या कार्यवाही करते ये तो समय बताएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Media Auditor

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d