खुफिया जांच का बड़ा खुलासा, बम विस्फोट के मास्टरमाइंड नक्सली पुलिस की गिरफ्त में

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि नारायणपुर जिले में दबाव बम विस्फोट के मामले में चार नक्सलियों को पकड़ा गया है। यह वही घटना है जिसमें 4 अप्रैल को कोहकामेटा थाना क्षेत्र के कनेगांव गांव निवासी राजेश उइके और रामलाल कोर्राम फूल झाड़ू तोड़ने जंगल गए थे और वहां दबाव बम की चपेट में आकर घायल हो गए थे।
जांच में मिले हमले के पीछे नक्सलियों के सुराग
पुलिस के मुताबिक जब यह घटना हुई तो घायल ग्रामीणों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू की। जांच के दौरान नक्सलियों की पहचान बांदू धुर्वा उर्फ सोनू, झुरू महा और झुरू नुरेटी के रूप में हुई। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही बीजापुर जिले से भी एक और नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी पुलिस और सुरक्षा बलों की सतर्कता और लगातार चल रही सर्च ऑपरेशन की वजह से संभव हो पाई।
गश्त के दौरान और भी नक्सली पकड़े गए
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जिला बल, जिला रिजर्व गार्ड और बस्तर फाइटर की एक संयुक्त टीम को जांगला थाना से मातावाड़ा और कुपमेटा गांव की ओर गश्त के लिए भेजा गया था। इस दौरान टीम ने तीन और नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान जितेंद्र कश्यप, छोटू कश्यप और पांडू सोढ़ी के रूप में की गई है। इन नक्सलियों के पास से टिफिन बम, इलेक्ट्रिक वायर, बैटरियां, गड्ढा खोदने के औजार और अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं।
नदपाली के जंगल से भी एक नक्सली पकड़ा गया
इसके अलावा उसूर थाना क्षेत्र के नदपाली गांव के जंगल को घेराबंदी कर सुरक्षा बलों ने एक नक्सली लच्छू टंबू को भी गिरफ्तार किया है। इसके पास से भी विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। अधिकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में लंबे समय से नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है और इसी अभियान के तहत ये गिरफ्तारी हुई है। यह लगातार चल रही नक्सल विरोधी मुहिम की एक और बड़ी सफलता मानी जा रही है।