Rewa News: रायपुर कर्चुलियन थाना बना अवैध कमाई का केंद्र जवाबदेह कौन ! हाइवे में वाहन चेकिंग कर रही तथाकथित पुलिस, वाहनों को थानों में जमा कराने का बिना वर्दी की पुलिस ने लिया ठेका

मीडिया ऑडीटर, रीवा दन (निप्र)। रीवा में एक ओर जहां पर इंडस्ट्रियल कांक्लेव की धूम मची हुई बाह है जिसे रीवावासी एक उत्सव के तौर पन पर ले रहे हैं उधर दूसरी तरफ सरकार के कुछ चुनिंदा लोग 18 खुशनुमा माहौल को बिगाड़ने की जुगत में जुटे हैं जिससे की अफसरों बाई और कर्मचारियों की अवैध कमाई पेंट कांक्लेव के दिन ही खुल कर सामने आ जाए और रीवा की नाक को नीचा किया जा सके जिसकी खातिर रीवा शहर से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रायपुर कर्चुलियान थाना पुलिस के कर्मचारियों द्वारा बिना वर्दी धारण किए हुए ही अवैध कमाई के लिए गिट्टी व बालू लोड़ वाहन पकड़ा जा रहा है जिसमें डायल 100 वाहन सवार 2 बिना वर्दी धारी पुलिसकर्मी रायपुर हाइवे में जाकर चेकिंग करते हैं।
उनके कागजों में कमी निकालकर उन्हें थाने में जमा कराने का काम करते हैं जिसके बाद शुरू होता है थाना प्रभारी के मैनेजमेंट का खेल और मजे की बात तो यह है कि यह सब बिना वर्दी धारी पुलिसकर्मी माइनिंग, आरटीओ और थाना प्रभारी की गैर मौजूदगी में करते हैं जिसकी जवाबदेही भी कोई लेने को तैयार नहीं है।
दरअसल मंगलवार की सुबह रायपुर कर्चुलियान थाना पुलिस की ओर से 2 बिना वर्दी धारी पुलिस जवानों ने डायल 100 की चार पहिया वाहन में बैठकर रायपुर हाइवे से निकल रही करीब आधा दर्जन
उसे भी थाने में खड़ा करा दिया इस बीच पुलिस के सिपाहियों ने एक हाईवा वाहन को पैसे लेकर सेट कर लिया तथा उसको थाने से रवानगी दे दी इसी दौरान हाईवा वाहनों के पकड़ने की जानकारी मीडिया को हो गई तब जिस वाहन से मैनेजमेंट करके उसे छोड़ा गया था उसे पुलिस के इन जवानों ने दोबारा पकड़ा और थाने में लाकर खड़ा कर दिया जिससे उनकी कार्यवाही में कोई सवाल खड़े ना कर सके।
हाईवा वाहनों को खड़ा कराया जिसमें गिट्टी व बालू लोड़ थे तथा उनके कागजों की चेकिंग करते हुए पुलिस के उन जवानों ने वाहनों को थाने में जमा कराया इसके अलावा एक अन्य वाहन को पुलिस के कथित इन जवानों ने जोगिनिहाई टोल प्लाजा के समीप से पकड़ा और इस दौरान रायपुर कर्चुलियान थाना पुलिस की डायल 100 चार पहिया वाहन की मदद से पुलिस के 2 जवानों ने कार्यवाही का बीड़ा उठाया उसमें उन्होंने अपने अधिकारियों से भी राय मशवरा करना उचित नहीं समझा तथा माइनिंग, आरटीओ और थाना प्रभारी की गैर मौजूदगी में वाहनों की चेकिंग कर उन्हें थाने तक पहुंचा दिया। हालाकि इस पूरे मामले पर वाहनों में किस तरह की कार्यवाही की गई है इसका खुलासा तो नहीं हो पाया है क्योंकि घटना में इस तरह की लापरवाही के बाद अधिकारी भी खुद को बचाते हुए नजर आ रहे हैं।